UP Election 2022: पार्टी बदलने के बाद समाजवादी नेता Swami Prasad Maurya ने बदला निर्वाचन क्षेत्र

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Swami Prasad Maurya
Swami Prasad Maurya

UP Election 2022: स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) ने राज्य के चुनाव के लिए अपना निर्वाचन क्षेत्र बदल दिया है। पडरौना से उन्होंने पिछला चुनाव जीता था, लेकिन समाजवादी पार्टी ने पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुशीनगर के फाजिलनगर से मौर्य को अपना उम्मीदवार बनाया है। पडरौना और फाजिलनगर दोनों ही कुशीनगर का हिस्सा हैं, जहां एक प्रमुख पिछड़ी जाति के नेता मौर्य के काफी समर्थक हैं। उनका मुकाबला बीजेपी विधायक गंगा सिंह कुशवाहा के बेटे सुरेंद्र कुशवाहा से होगा। वर्ष 2007 से स्वामी प्रसाद मौर्य लगातार तीन बार से पडरौना सीट का प्रतिनिधित्व कर रहे थे। मौर्य का नाम सपा द्वारा बुधवार को जारी 15 उम्मीदवारों की ताजा सूची में शामिल है।

UP Election 2022: अनुराग ठाकुर ने स्वामी प्रसाद मौर्य पर साधा निशाना

बता दें कि केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने टिप्पणी की कि स्वामी प्रसाद मौर्य हार के डर से अपने निर्वाचन क्षेत्र से भाग गए हैं। अनुराग ठाकुर ने मौर्या पर तंज कसते हुए कहा कि हर पांच साल के बाद स्वामी प्रसाद मौर्य, एक नए स्वामी का चयन करते हैं। उन्हें पडरौना से भागने की क्या आवश्यकता थी? उन्हें हार का डर था। गौरतलब है कि 2009 के लोकसभा चुनाव में कुशीनगर के पूर्व सांसद आरपीएन सिंह ने मौर्य को हराया था। जब वह भाजपा में शामिल हुए, तो ऐसी अटकलें थीं कि उन्हें मौर्य के खिलाफ खड़ा किया जाएगा।

UP Election 2022: स्वामी प्रसाद मौर्य ने ही बीजेपी में मिनी-पलायन शुरू करवाया

इससे पहले स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा था कि तीन बार मुझे चुनने के लिए मतदाताओं को बधाई देता हूं। मुझे किसी ऐसे व्यक्ति की चिंता क्यों करनी चाहिए जिसे मैंने इतनी बार हराया है? बताते चलें कि पिछले महीने ओबीसी (अन्य पिछड़ा वर्ग) के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने भाजपा से समाजवादी पार्टी में पिछड़ी जाति के नेताओं का एक मिनी-पलायन शुरू किया, जिससे सत्तारूढ़ दल में हड़कंप मच गया था।

उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव 2022
UP Election 2022

गौरतलब है कि सपा ने स्वामी प्रसाद मौर्य के साथ-साथ इन बड़े चेहरे को भी भाजपा के दिग्गज प्रत्याशियों के सामने मैदान में उतारा है। जिसमें अभिषेक मिश्रा को भाजपा के राजेश्वर सिंह के खिलाफ चुनावी मैदान में उतारा गया है, जो पूर्व प्रवर्तन निदेशालय के संयुक्त निदेशक हैं। जिन्होंने भाजपा में शामिल होने के लिए सेवा से इस्तीफा दे दिया था। मिश्रा 2017 में लखनऊ उत्तर सीट से आखिरी चुनाव हार गए थे।

वहीं इस बार समाजवादी पार्टी ने सिराथू से डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के खिलाफ केंद्रीय मंत्री और भाजपा सहयोगी अनुप्रिया पटेल की बहन पल्लवी पटेल को भी मैदान में उतारा है। अपना दल (कामेरावाड़ी) के मुखिया कृष्णा पटेल की पुत्री पल्ललवी को मैदान में उतारने से केशव प्रसाद मौर्य की योजनाओं को विफल करना निश्चित है।

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