कहते हैं सत्ता का नशा सर चढ़कर बोलता है और अब यह नशा यूपी की योगी सरकार के मंत्रियों पर देखने को मिल रहा है। उत्तर प्रदेश में बीजेपी के सत्ता में काबिज होने के बाद लगातार योगी के मंत्री विवादित बयान दे रहे हैं। हाल ही में राज्यमंत्री सत्यदेव पचौरी ने एक द्विव्यांग को लूला-लगड़ा कहा था। यह मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ था कि योगी के एक और मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य तीन तलाक के मुद्दे पर विवादित बयान देकर सुर्खियों में आ गए हैं। राज्य के बस्ती जिले में आयोजित एक कार्यक्रम में मौर्य ने कहा कि मुस्लिम पति अपनी पत्नियों को केवल इसलिए तलाक देते है ताकि वे दूसरी बीवी लाकर अपनी हवस पूरा कर सकें।

मौर्य के इस बयान के बाद जहां राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई है वहीं दूसरी तरफ ऑल इंडिया मुस्लिम वेलफेयर पर्सनल लॉ बोर्ड की अध्यक्ष शाइस्ता अंबर ने मौर्य के बयान को मुस्लिम महिलाओं का अपनाम बताया है तो ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सदस्य खालिद राशिद फरंगी महली ने मौर्य को मुस्लिम समुदाय से मांफी मागने को कहा  है।

एपीएन की खास पेशकश मुद्दा में आज मौर्य द्वारा तीन तलाक को लेकर मुस्लिम समुदाय पर दिए गए इसी संवेदनशील बयान पर चर्चा की गई। इस चर्चा में विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों को शामिल किया गया। जिसमें चंद्रभूषण पाण्डेय (प्रवक्ता बीजेपी), हसीब सिद्दीकी (वरिष्ठ पत्रकार), सुरेन्द्र राजपूत (प्रवक्ता कांग्रेस), स्वामी चक्रपानी (अध्यक्ष हिन्दू महासभा) व डॉ सैयद रिजवान अहमद (अल्पसंख्यक मामलों के जानकार) शामिल रहे। शो का संचालन एंकर अनन्त त्यागी ने किया।

चंद्रभूषण पाण्डेय ने कहा कि पीएम मोदी ने तीन तलाक के मुद्दे पर साफ तौर पर कहा कि इसपर कोई राजनीति नहीं होनी चाहिए, चाहे वह किसी भी जाति, धर्म और समुदाय के हों। हम मानते हैं कि स्वामी प्रसाद मौर्य का बयान आपत्तिजनक है और इसपर संज्ञान लिया जा रहा है। यह मुद्दा मानवीय संवेदनाओं, सामाजिक सरोकार और धार्मिक भावनाओं का विषय है, उन्हे सही स्थान पर सही शब्दों का उच्चारण करना चाहिए। मौर्य जी को इसपर स्पष्टीकरण देना चाहिए।

सुरेन्द्र राजपूत ने कहा कि पाण्डेय जी चाल, चरित्र और चेहरे वाली पार्टी का प्रतिनिधित्व करते है, वरना आज बीजेपी के सभी प्रवक्ताओं ने मौर्य जी का बचाव किया हैं। स्वामी प्रसाद मौर्य बताएं की वह अपनी हवस कैसे मिटाते है। उन्होंने बीजेपी नेताओं पर तंज कसते हुए कहा कि अभी बरेली में साध्वी ने विवादित बयान दिया कि जो मुस्लिम महिलाएं तीन तलाक पीड़ित है उनका हिन्दू धर्म में स्वागत हैं।

हसीब सिद्दीकी ने बताया कि जिस प्रकार से बीजेपी का एक मंत्री विवादित बयान दे रहा है और एक बीजेपी का प्रवक्ता उस बात का खंडन कर रहा है, यह एक सोची समझी रणनीति है। स्वामी प्रसाद मौर्य ने बीएसपी में रहकर पहले हिन्दू देवी-देवताओं का अपमान किया और अब बीजेपी में शामिल होकर मुस्लिम महिलाओं की अवहेलना कर रहे है।

डॉ सैयद रिजवान अहमद ने कहा कि ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड पर कटाक्ष करते हुए कहा कि आप किस किस का मुंह बंद करवाएंगे। मौर्य के आए बयान को गलत रुप से पेशकर राजनीतिक रुप दिया जा रहा है। उन्होंने यह टिप्पणी मुस्लिम महिलाओं पर नहीं बल्कि मुस्लिम मर्दों पर की थी। आज हिन्दुस्तानी मुस्लमान इस्लाम की जगह बेजर इस्लाम को मानकर संविधान की धारा 25, 26 और 21 का उल्लंघन कर रहे हैं।

स्वामी चक्रपानी ने बताया कहा कि किसी धर्म के प्रति इस प्रकार का बयान देना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है हमें अपनी भाषा पर संयम रखना चाहिए और मर्यादा में रहना चाहिए। मैं उनके समर्थन में इसलिए नहीं बोल सकता की प्राचीन काल में हमारे धर्म में भी राजा-महराजा कई शादियाँ करते थे।

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