यूपी के सीएम आदित्यनाथ योगी जातिगत जंजीरों को तोड़ने और उनपर प्रहार करने का कोई भी मौका नहीं छोड़ते। सोमवार को विधानभवन के सेंट्रल हाल में आयोजित कार्यक्रम में सीएम ने पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर की किताब के विमोचन के मौके पर बिना नाम लिए मुलायम सिंह यादव पर तंज कसते हुए कहा,”जब तक चंद्रशेखर थे उन्होंने कभी समाजवाद को जातिवाद नहीं बनने दिया।” लेकिन आज समाजवादी पार्टी में समाजवाद की जगह परिवारवाद और जातिवाद कायम हो गया है।

2019 के लोकसभा चुनाव की भगवा पताका की कमान जब से पीएम मोदी और शाह के हाथों में आई है तब से बीजेपी के विजय रथ ने विरोधियों की चैन और नींद उड़ा दी है। आलम यह है कि खुद को धर्मनिरपेक्ष कहने वाले विरोधियों के पास भगवा ब्रिगेड का सामना करने के लिए महागठबंधन के सिवा कोई चारा नहीं। लेकिन महागठबंधन की राह का सबसे बड़ा सवाल है कि आखिर महागठबंधन का चेहरा होगा कौन? पीएम के फेस की सहमति किसके नाम पर बनेगी? अब चुनौती विपक्ष के सामने है कि वो बिना वक्त गंवाए अपनी रणनीति कैसे बनाए।

शो का संचालन कर रहे एंकर अनन्त त्यागी ने एपीएन के खास शो मुद्दा में “चंद्रशेखर के बहाने निशाने पर परिवारवाद, कैसे बनेगा मोदी के खिलाफ गठबंधन? जैसे संवेदनशील मुद्दे पर चर्चा की । इस दौरान स्टूडियो में चर्चा के लिए नरेंद्र सिंह राणा (प्रवक्ता बीजेपी), हिलाल नकवी (प्रवक्ता कांग्रेस), गोविंद पंत राजू (सलाहकार संपादक, एपीएन) व चन्द्रशेखर पांडेय (प्रवक्ता सपा) जैसे विशेषज्ञ शामिल मौजूद थे।

नरेंद्र सिंह राणा ने कहा कि जब आप जातिगत बेड़ियों को तोड़कर समाज के प्रति कार्य करेंगे तो उस इंसान को इतिहास के पन्नों में स्थान दिया जाता है। क्या इसी प्रजातंत्र के लिए देश के वीर सपूतों ने खुद को फांसी पर चढ़ा लिया कि मुलायम जैसे लोग राष्ट्रवाद के जगह परिवारवाद की राजनीति करें? बीजेपी की सियासत सदैव जनहित व सेवाभाव की है। पहले हम केवल पीएम के काम को लेकर जनता के बीच जाते थे लेकिन अब 13 राज्यों के काम को लेकर उन सात राज्यों को जीतने के लिए जनता के बीच जाएंगे।

हिलाल नकवी ने कहा कि यह देश परिवारवाद से नहीं राष्ट्रवाद से चलता है और अखिलेश को चुनना लोकतंत्र की इच्छा थी। क्या नेहरु जी के बाद लाल बहादुर शास्त्री पीएम नहीं बने? क्या नेहरु जी के बाद प्रत्यक्ष रूप से इंदिरा जी पीएम बनीं? नहीं, उन्होंने कहा कि बीजेपी हमपर कीचड़ उछालने से पहले खुद के गिरेबान में झांक ले। कांग्रेस महागंठबधन का चेहरा कौन होगा? इस मुद्दे पर विचार न करके आगामी चुनाव पर फोकस कर रही है।

चन्द्रशेखर पांडेय ने कहा कि आज बीजेपी अपनी कमियों को छुपाने के लिए सपा पर कीचड़ उछाल रही है। रही बात गठबंधन की तो हमारा गठबंधन कांग्रेस के साथ है और रहेगा, आज पूरी पार्टी मुलायम सिंह के संरक्षण में एक मत होकर राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ खड़ी हैं।

गोविंद पंत राजू ने सपा सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि पिछली सरकार अपने छोटे-छोटे पदों के लिए भी जातिगत सुविधा देती थी, जिसके चलते उन्हे हाईकोर्ट के न्यायधीशों से फटकार भी पड़ी। जब राजनीति को कैरियर के तौर पर देखा जाने लगता है तो परिवारवाद की शुरुआत होती है। आज अखिलेश पार्टी अध्यक्ष जरुर बन गए हैं लेकिन उनको खुद को साबित करने की जरुरत भी है।

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