पिछले साल हिज्बुल के आतंकी बुरहान वानी की मौत के बाद कश्मीर में हालात बद  से बत्तर होते चले गए। हालात यह है कि दक्षिणी कश्मीर में जारी हिंसा और पत्थरबाजी अब उत्तरी हिस्सों में भी तेज़ी से फैल रही है। इन सब के बीच केंद्र सरकार जल्द ही घाटी में बढ़ती हिंसा को रोकने के लिए राष्ट्रपति शासन लगाने पर फैसला ले सकती है। भुवनेश्वर में हुई बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में कश्मीर में बेलगाम पत्थरबाजों का मुद्दा उठ चुका है। बीजेपी नेताओं का मानना है कि महबूबा सरकार अलगाववादी हिंसा से सख्ती के साथ निपटने में नाकाम रही है। इन स्थितियों के बीच बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह 29 और 30 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के दो दिवसीय दौरे पर रवाना होंगे। माना जा रहा है कि इस दौरे के बाद महबूबा मुफ्ती सरकार का भविष्य तय हो सकता है।

इसके अलावा खुफिया एजेंसियों के हवाले से सूचना मिली है कि लंदन में बैठे कुछ कश्मीरी आतंकी पीएम मोदी और सीएम योगी पर आतंकी हमले की साजिश रच रहें हैं खुफिया एजेंसियों से मिले इस इनपुट के बाद सिक्युरिटी अलर्ट जारी कर दिया गया है। सूत्रों की मानें तो करीब 10 से ज्यादा प्रशिक्षित आतंकी यूपी में दाखिल हो चुके हैं। स्लीपर सेल की मदद से फिलहाल वह अंडरग्राउंड हैं। इस अलर्ट के बाद यूपी के सभी डीएम और एसपी को खास निर्देश दिए गए हैं। खुफिया एजेंसियों से मिली सूचना के बाद गृह मंत्रालय ने यूपी सीएम आदित्यनाथ योगी के लिए नेशनल सेक्यूरिटी गार्ड की क्विक रेस्पॉन्स टीम उनकी सुरक्षा में तैनात करने के आदेश दिए हैं। योगी को पहले से ही जेड प्लस सुरक्षा मिली हुई है।

शनिवार 22 अप्रैल को एपीएन के खास शो मुद्दा में क्या पीडीपी-बीजेपी  के बीच हो जायेगा तलाक? और योगी के बढ़ते कदम को रोकने के लिए आतंकी क्या रच रहे साजिश?” जैसे गंभीर मुद्दों पर  चर्चा करने के लिए एपीएन के स्टूडियों में तमाम विशेषज्ञों को बुलाया गया। जिनमें गोविंद पंत राजू  (सलाहकार संपादक,एपीएन), बी के गोस्वामी (प्रवक्ता बीजेपी), कमाल हक(प्रवक्ता पनून कश्मीर), मनोज त्यागी (प्रवक्ता कांग्रेस) और आनंद लाल बनर्जी (पूर्व डीजीपी) शामिल रहे। शो का संचालन एंकर हिमांशु दीक्षित ने किया।

पनून कश्मीर के प्रवक्ता कमाल हक ने कहा कि पिछले कुछ सालों से जम्मू-कश्मीर की सीएम महबूबा मुफ्ती घाटी में आतंकियों और हिंसा को रोकने में नाकाम रही हैं। हालात यह है कि आज घाटी में अपनों के द्वारा जवानों पर पत्थर फेंक उन्हे मानसिक रुप से कमजोर किया जा रहा है। एक तरफ सीएम मुफ्ती पार्लियामेंट में बैठकर अलगाववादियों को न्यौता न भेजने की बात करती हैं और अगले ही दिन वह कश्मीर जा कर अपने बात से मुकरते हुए हुर्रियत कांफ्रेंस के नेताओं को न्योता भेजती हैं।

कांग्रेस प्रवक्ता मनोज त्यागी ने कहा कि पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती का आतंकवादी संगठनों के साथ व्यक्तिगत संबंध है, उन्ही के कहने पर वह कश्मीर में राजनीति करती हैं। जिस उद्देश्य के साथ बीजेपी सत्ता में आई थी वह उस उद्देश्य को पूरा करने में पूरी तरह नाकाम रही है। उन्होंने यूपी के नए डीजीपी का स्वागत करते हुए कहा कि सुलखान सिंह एक अच्छे और ईमानदार ऑफिसर हैं।पिछली सरकार में अच्छे अधिकारियों की नियुक्ति नहीं हो पाई थी जिसके चलते आज यह सारी आंतरिक घटनाएँ घटी।

बीजेपी प्रवक्ता बी के गोस्वामी ने कहा कि कश्मीर की समस्या एक जटील समस्या है! वहां आतंक की शुरुआत 1989 से हुई। मैं जानता हूं कि आज कश्मीर में हालात बत्तर हैं लेकिन इसका जिम्मेदार कौन है?  केन्द्र सरकार आज घाटी के समस्याओं की हालत सुधारने का हर संभव प्रयास कर रही है। रही बात यूपी कि तो यूपी में आतंकी गतिविधियां बढ़ना एक चिंता का विषय है।

पूर्व डीजीपी आनंद लाल बनर्जी ने कहा कि सुरक्षा मंत्रालय ऐसे सर्कुलर आदेश किसी खास व्यक्ति विशेष के लिए जारी करती है। हमारे सारे काम संविधान के अंतर्गत रहकर होते हैं किसी पर आरोप-प्रत्यारोप लगाना कि इस समय या उस समय आतंकी गतिविधियों को लेकर कोई कार्यवाही नहीं हुई यह एक चिंता का विषय हैं।

सलाहकार संपादक गोविंद पंत राजू ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में चुनी हुई सरकार का मकसद घाटी में शांति स्थापित करना था लेकिन बीजेपी-पीडीपी सरकार वहां अपने कार्यशैली को प्रदर्शित नहीं कर पाई। उन्होंने आतंक को परिभाषित कर कहा कि आज यूपी में आतंकी एक अलग रुप में आतंकी गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं । रेल दुर्घटना, लखनऊ में हुए कांड इसके प्रमुख उदाहरण हैं।

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