वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman ) ने मंगलवार को कहा कि क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) के गलत हाथों में जाने के जोखिम पर नजर रखी जा रही है। मंत्री ने यह भी कहा कि डिजिटल करेंसी के विज्ञापनों को रोकने का कोई निर्णय नहीं लिया गया है। सीतारमण ने यह भी कहा कि क्रिप्टोकरेंसी के रेगुलेशन पर व्यापक चर्चा हुई है और आप सब बिल का इंतजार करें।
‘नए विधेयक पर काम करने की कोशिश’
उन्होंने कहा, “अन्य आयाम भी थे और विधेयक पर फिर से काम किया जाना था और अब हम एक नए विधेयक पर काम करने की कोशिश कर रहे हैं।” सीतारमण ने सोमवार को कहा था कि केंद्र के पास देश में बिटकॉइन को करेंसी के रूप में मान्यता देने का कोई प्रस्ताव नहीं है। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि सरकार बिटकॉइन लेनदेन पर डेटा एकत्र नहीं करती है।
इसके अलावा, सरकार ने कहा था कि उसे भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) से ‘बैंक नोट’ की परिभाषा के तहत डिजिटल करेंसी को शामिल करने का प्रस्ताव मिला है पिछले महीने, RBI ने सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC) का प्रस्ताव पेश किया था।
CBDC की डिजिटल या वर्चुअल करेंसी, फ़िएट करेंसी (भारत में रुपया) का डिजिटल वर्ज़न है। इस बीच, आरबीआई ने मैक्रो-इकोनॉमिक और वित्तीय स्थिरता जोखिमों के चलते क्रिप्टोकरेंसी पर बार-बार चिंता जताई है।