Russia: रूस के विदेश मंत्री का कहना है कि अगर तीसरा विश्व युद्ध होता है तो इसमें परमाणु हथियारों का इस्तेमाल होगा और यह बहुत खतरनाक होगा। रूसी मीडिया को दिए बयान में Russia के विदेश मंत्री ने यह बात कही। इस बीच भारतीय वायु सेना का कहना है कि रूस पर लगाए गए प्रतिबंधों का भारत पर असर नहीं होगा। वायु सेना के अधिकारियों ने कहा कि भारत के रूस और यूक्रेन दोनों देशों से अच्छे रिश्ते रहे हैं। वहीं यूक्रेन में फंसे हुए भारतीयों को निकालने का काम जारी है।
Russia के राजदूत ने क्या कहा?
बुधवार को भारत में रूस के राजदूत ने कहा कि हम खार्किव और पूर्वी यूक्रेन के अन्य क्षेत्रों में फंसे भारतीयों के लिए भारतीय अधिकारियों के संपर्क में हैं। हमें रूस के क्षेत्र में फंसे सभी लोगों को आपातकालीन निकासी के लिए भारत के अनुरोध प्राप्त हुए हैं…। हम भारत के साथ रणनीतिक सहयोगी हैं। संयुक्त राष्ट्र में प्रदर्शित संतुलित स्थिति के लिए हम भारत के आभारी हैं। भारत इस संकट की गहराई को समझता है। जहां तक भारत को S-400 की आपूर्ति का संबंध है, किसी बाधा की आशंका न करें; इस सौदे को अबाधित जारी रखने के मार्ग हैं। प्रतिबंध – पुराना हो या नया, किसी भी तरह से दखल न दें।

आज अपने स्टेट ऑफ द यूनियन संबोधन में, जो बाइडन ने ‘तानाशाह’ व्लादिमीर पुतिन को चेतावनी दी। बाइडेन ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की से भी बात की कि कैसे अमेरिका और उसके सहयोगी रूस को जवाबदेह ठहराने के लिए काम कर रहे हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति ने अपने स्टेट ऑफ द यूनियन भाषण के दौरान रूसी (Russia Ukraine War) विमानों पर अमेरिकी हवाई क्षेत्र का उपयोग करने पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की। यूक्रेन के आक्रमण के बाद कनाडा और कई अन्य यूरोपीय देशों ने पहले ही रूसी विमानों के लिए अपने हवाई क्षेत्र को बंद कर दिया है।
विश्व बैंक ने घोषणा की है कि वह यूक्रेन (Russia Ukraine War) के लिए $3 बिलियन का सहायता पैकेज तैयार कर रहा है, जिसमें तत्काल निधि में कम से कम $350 मिलियन शामिल होंगे।

बता दें कि यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की का कहना है कि युद्ध के 6 दिनों में लगभग 6000 रूसी मारे गए। यूक्रेन से पड़ोसी देशों में चले गए भारतीय नागरिकों को वापस लाने के लिए भारत अगले तीन दिनों में 26 उड़ानें संचालित करेगा। सरकार ने कहा है कि रोमानिया के बुखारेस्ट और हंगरी के बुडापेस्ट के अलावा पोलैंड और स्लोवाक गणराज्य के हवाई अड्डों का भी इस्तेमाल किया जाएगा।

संयुक्त राष्ट्र की शरणार्थी एजेंसी ने कहा है कि रूसी आक्रमण के बाद से 677,000 लोग से अधिक लोग यूक्रेन से भाग चुके हैं, यह संख्या तेजी से बढ़ रही है।
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