फिलिस्तीनी आतंकी संगठन हमास ने इजरायल को खुलेआम धमकी दी है कि गाजा पट्टी में फिलिस्तीनी घरों पर गिराए जाने वाले हर एक बम के बदले एक इजरायली बंधक को मौत के घाट उतार दिया जाएगा। आपको बता दें कि इजरायल और हमास के बीच खूनी जंग चौथे दिन भी जारी है और इसका कोई अंत होते नहीं दिख रहा है। बताया जा रहा है कि हमास के पास करीब 150 इजरायली बंधक हैं। इन लोगों को सीमावर्ती कस्बों और किबुत्ज़िम से बंधक बनाया गया था।
हमास की ओर से कहा गया है कि बिना किसी चेतावनी के हमारे लोगों को निशाना बनाने पर एक बंधक को फांसी दी जाएगी। हमास के पास इजरायली बंधकों का होना इजरायल के लिए बहुत बड़ी मुश्किल है। हालांकि इजरायल ने कहा कि देश हमास के हमलों का कड़ा जवाब देगा। इजरायल ने बदला लेने की कसम खाई है। इजरायल ने जमीनी हमले से पहले रिजर्व सैनिकों समेत तीन लाख से अधिक सैनिकों को तैयार रहने को कहा है।
हालाँकि, कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि यदि बंधकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना और उन्हें बचाना प्राथमिकता नहीं है तो इजरायली अपने प्रधानमंत्री को “माफ़” नहीं करेंगे। इज़रायल पर अध्ययन करने वाले फ्रांसीसी समाजशास्त्री सिल्वेन बुल्ले ने बताया, “नागरिकों का रवैया यह होगा कि ‘आप हमारी सुरक्षा सुनिश्चित करने में विफल रहे हैं, हमारे लोगों को वापस लाओ’।” बुल्ले ने बंधकों के मारे जाने पर राजनेताओं और सेना के बीच तनाव की भी भविष्यवाणी की है।
क्या इज़रायल सरकार हमास के हमलों का बदला लेने के लिए बंधकों को जोखिम में डालेगी? इजरायल स्थित राष्ट्रीय सुरक्षा अध्ययन संस्थान के एक शोधकर्ता कोबी माइकल के अनुसार, “बंधकों को पहली प्राथमिकता नहीं दी जा सकती। इज़रायल बंधक मुद्दे का समाधान तभी करेगा (जब उसका) पलड़ा भारी हो और जब हमास हार जाए… उससे एक सेकंड भी पहले नहीं।”
वैसे तो कतर इजरायली जेलों में बंद 36 फिलिस्तीनी महिलाओं और बच्चों के बदले में बंधकों की रिहाई पर बातचीत कर रहा है। कतर के विदेश मंत्रालय ने पुष्टि की कि वह इसमें शामिल है और बताया कि बातचीत “सकारात्मक रूप से आगे बढ़ रही है”। हालाँकि, इसके उलट कतर कहा जा रहा है कि “फिलहाल कैदियों या किसी अन्य मुद्दे पर बातचीत की कोई संभावना नहीं है”।
सोमवार को इजरायली प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने हमास के खिलाफ युद्ध की घोषणा की और कहा कि हमास के आतंकवादियों ने बच्चों को बंधक बना लिया, जला दिया और मार डाला। वे बर्बर हैं। हमास आईएसआईएस है। इजरायल के रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने सोमवार को गाजा की “पूर्ण घेराबंदी” का आदेश दिया। यहां तक कि बिजली-गैस, खाने-पीने हर एक चीज पर रोक है।
गौरतलब है कि गाजा पट्टी दुनिया के सबसे अधिक बंद स्थानों में से एक है। यह दुनिया का तीसरा सबसे घनी आबादी वाला स्थान भी है। शनिवार को जंग शुरू होने के बाद से 1,600 से अधिक लोग मारे गए हैं, 6,000 से अधिक घायल हुए हैं। वेस्ट बैंक से भी पंद्रह मौतों की खबर मिली है, जहां फिलिस्तीनियों की इजरायली सेना के साथ झड़प हुई थी। संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि अब तक 1.3 लाख से अधिक लोग विस्थापित हो चुके हैं।