Maharastra: प्रवर्तन निदेशालय (ED) वक्फ भूमि मामले (Waqf Land Case) से जुड़ी कथित मनी लॉन्ड्रिंग जांच में पुणे और उसके आसपास लगभग सात स्थानों पर तलाशी कर रहा है। महाराष्ट्र में वक्फ बोर्ड एनसीपी नेता नवाब मलिक (Nawab Malik) के मंत्रालय के अधीन है। NCP नेता नवाब मलिक महाराष्ट्र में अल्पसंख्यक विकास मंत्रालय और औकाफ के मंत्री हैं।
बता दें कि पिछले कई दिनों से मलिक सुर्खियाें में हैं। जब से ड्रग्स मामले में आर्यन खान को गिरफ्तार किया गया था तब से Nawab Malik लगातार एनसीबी के खिलाफ आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने NCB अधिकारी समीर वानखेड़े पर लगाए आरोपों में कहा था कि उन्होंने फर्जी जाति सर्टिफिकेट से नौकरी पाई है और उन्होंने इस्लाम कबूल कर लिया था। इसके बाद वानखेड़े को आर्यन और नवाब मलिक के दमाद के मामले की जांच करने से हटा दिया गया।
Nawab Malik के खिलाफ पुलिस रिपोर्ट
NCB अधिकारी Sameer Wankhede की साली हर्षदा दीनानाथ रेडकर ने महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक के खिलाफ गोरेगांव थाने में एफआईआर दर्ज करवाई थी। हर्षदा दीनानाथ रेडकर ने अपनी शिकायत में एनसीपी नेता नवाब मलिक के साथ एक निशांत वर्मा नामक शख्स के खिलाफ भी भारतीय दंड संहिता की धारा 354, 354 D, 503 और 506 के तहत केस दर्ज कराया था।
यह केस उस ट्वीट के आधार पर दर्ज किया गया जिसमें नवाब मलिक और निशांत वर्मा ने समीर वानखेड़े की साली के खिलाफ ड्रग रैकेट में शामिल होने के आरोप लगाये थे।
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