Veer Savarkar Death Annivesary: भारत में अक्सर चर्चा का विषय रहने वाले वीर सावरकर की आज यानी 26 फरवरी को पुण्यतिथि है। आज के ही दिन उन्होंने अंतिम सांस ली थी। उनका निधन 26 फरवरी 1966 को हुआ। जानकारी के अनुसार उनकी मृत्यु उपवास की वजह से हुई थी। वीर सावरकर क्रांतिकारी, स्वतंत्रता सेनानी, लेखक तथा समाजसुधारक हिंदुवादी नेता था। बता दें कि भारतीय इतिहास में विवादों की वजह से चर्चा का विषय बने रहते हैं।
Veer Savarkar Death Annivesary: उपवास के कारण हुई थी मृत्यु
वीर सावरकर का जन्म सन् 1883 में 28 मई को महाराष्ट्र के नासिक में हुआ था। विनायक दामोदर सावरकर उनका पूरा नाम था। वीर सावरकर ने अपने युवावस्था में एक संगठन बनाया जिसका नाम उन्होंने मित्र मेला रखा था। वह अपने बड़े भाई गणेश सावरकर को काफी मानते थे और उनसे प्रेरणा लेते थे। उन्होंने अपने भाई के साथ कई आंदोलनों में भी भाग लिया।
वीर सावरकर ने साल 1966 से ही व्रत करना प्रारंभ कर दिया था। इस अवस्था में उन्होंने खाना पानी सब त्याग दिया था। जिसकी वजह से 26 फरवरी को उनकी मृत्यु हो गई।
Veer Savarkar Death Annivesary: नासिक में बनेगा वीर सावरकर गार्डन थीम पार्क
Veer Savarkar Death Annivesary: सावरकर की पुण्यतिथि के मौके पर आज महाराष्ट्र पर्यटन विकास निगम ने नासिक के भागुर में वीर सावरकर गार्डन थीम पार्क और संग्रहालय विकसित करने का फैसला लिया है। इसके अलावा आज पुण्यतिथि के मौके पर समारोह का आयोजन भी किया जा रहा है, इस मौके पर पर्यटन मंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा भी शामिल होंगे। आपको बात दें कि ये वीर सावरकर की 57वीं पुण्यतिथि है।
पर्यटन मंत्री का कहना है कि इस सावरकर सर्किट में पाँच स्थानों को शामिल किया जाएगा। इनमे से एक नासिक में स्थित सावरकर का गाँव है भगूर, जहां उनका जन्म भी हुआ था। इसके साथ ही दूसरा है महाराष्ट्र के सांगली जिले में बना उनके भी का स्मारक।
अपने पूरे जीवनकाल में वीर सावरकर कांग्रेस की आलोचना करने से कभी पीछे नहीं हटे। उन्होंने भारत छोड़ो आंदोलन का भी विरोध किया था। उन्होंने हिंदु धर्म और हिंदु आस्था से अलग हिंदुत्व की स्थापना करने की बात की। सावरकर ही वह व्यक्ति हैं जो हिंदुत्व की विचारधारा को राजनीति में लेकर आए थे।
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