Uttarakhand News: उत्तरकाशी हिमस्खलन में अब तक 26 शव बरामद किए जा चुके हैं। उत्तराखंड के डीजीपी की मानें, तो इस रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए 30 टीमें लगाई गई हैं। पिछले 74 घंटे से रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। मिली जानकारी के अनुसार, अभी भी 3 लोग लापता है, जिनकी तलाश जारी है। पुलिस का कहना है कि मौसम खराब होने के कारण बीच-बीच में रेस्क्यू ऑपरेशन को कुछ देर के लिए रोकना भी पड़ रहा है। बता दें कि उत्तरकाशी के डोकराणी बामक ग्लेशियर क्षेत्र से रेस्क्यू टीम का रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।
Uttarakhand News: 30 बचाव दल का रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
इस पर्वतारोहण अभियान में 33 ट्रेनी और सात प्रशिक्षकों समेत 40 लोग शामिल थे। यह सभी इस हादसे में फंस गए थे। सेना ने पहले दिन रेस्क्यू ऑपेरशन शुरू कर 3 ट्रेनी और 7 प्रशिक्षकों यानी 10 लोगों को बचा लिया था। डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि मौके पर कुल 30 बचाव दल तैनात हैं, जिसमें आईटीबीपी, नेहरू पर्वतारोहण संस्थान, वायु सेना,सेना, एसडीआरएफ आदि के जवान शामिल हैं। वहीं, एनआईएम ने बताया “अब तक 26 शव निकाले जा चुके हैं। शेष 3 प्रशिक्षुओं के लिए खोज और बचाव अभियान जारी है।”
रक्षा मंत्री ने जताया शोक
इस हादसे को लेकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट किया था।
उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, “उत्तरकाशी में नेहरू पर्वतारोहण संस्थान द्वारा किए गए पर्वतारोहण अभियान में भूस्खलन के कारण जानमाल के नुकसान से गहरा दुख हुआ। अपने प्रियजनों को खोने वाले शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं।”
अपने अगले ट्वीट में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, ‘उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मैंने बात की और हालात के बारे में जाना है। फंसे हुए पर्वतारोहियों की मदद के लिए बचाव कार्य जारी है। मैंने वायुसेना को बचाव और राहत अभियान चलाने का निर्देश दिया है, सभी की सुरक्षा और सलामती के लिए प्रार्थना है।”
सीएम धामी ने दिया आश्वासन
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस हादसे पर ट्वीट करते हुए लिखा, ‘द्रौपदी का डांडा-2 पर्वत चोटी में हिमस्खलन में फंसे प्रशिक्षार्थियों को जल्द से जल्द सकुशल बाहर निकालने के लिए NIM की टीम के साथ जिला प्रशासन, NDRF, SDRF, सेना और ITBP के जवानों द्वारा तेजी से राहत एवं बचाव कार्य चलाया जा रहा है।’
इससे पहले मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ट्वीट किया था, ‘रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह जी से वार्ता कर रेस्क्यू अभियान में तेजी लाने के लिए सेना की मदद लेने हेतु अनुरोध किया है, जिसको लेकर उन्होंने हमें केंद्र सरकार की ओर से हर सम्भव सहायता देने के लिए आश्वस्त किया है, सभी को सुरक्षित निकालने हेतु रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है।
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