मध्यप्रदेश में एक दूसरे व्यक्ति पर पेशाब करते हुए कैमरे में कैद हुए शख्स को कल देर रात गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने यह जानकारी दी है। एक वायरल वीडियो में प्रवेश शुक्ला नाम का शख्स जमीन पर बैठे एक व्यक्ति पर पेशाब करते हुए सिगरेट पीता नजर आ रहा है। इस वीडियो ने राज्य में राजनीतिक विवाद पैदा कर दिया है। जिसके बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को आरोपी के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत मामला दर्ज करने का आदेश देना पड़ा।
पुलिस के मुताबिक, गिरफ्तारी से बचने के लिए एक जगह से दूसरी जगह घूमते रहे शुक्ला को रात 2 बजे पकड़ा गया और पूछताछ की गई। आरोपी के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम, एससी/एसटी अधिनियम और भारतीय दंड संहिता की अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। जांच के तहत शुक्ला की पत्नी और माता-पिता से भी पूछताछ की गई।
इस बीच पीड़ित को जब पुलिस पूछताछ के लिए लाई तो उन्होंने वायरल वीडियो को फर्जी बताया। पीड़ित ने एक हलफनामा तैयार किया है जिसमें कहा गया है कि वीडियो फर्जी है और शुक्ला को झूठे मामले में फंसाने के लिए बनाया गया है। हालांकि, सूत्रों का कहना है कि हलफनामा कथित तौर पर दबाव में तैयार किया गया है और अभी तक किसी भी अधिकारी को प्रस्तुत नहीं किया गया है।
सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ शुक्ला के कथित संबंधों ने विपक्षी कांग्रेस को और अधिक हमलावर बना दिया है। कांग्रेस ने दावा किया कि चौंकाने वाली घटना मध्यप्रदेश में आदिवासी लोगों के खिलाफ हिंसा की व्यापक समस्या का एक लक्षण है। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा, “राज्य के सीधी जिले से एक आदिवासी युवक पर पेशाब करने का वीडियो सामने आया है। सभ्य समाज में आदिवासी समुदाय के युवाओं के साथ इस तरह के घृणित कृत्य के लिए कोई जगह नहीं है।”
उन्होंने कहा, “इस घटना ने पूरे राज्य को शर्मसार कर दिया है…दोषी व्यक्ति को कड़ी से कड़ी सजा दी जानी चाहिए और आदिवासियों पर अत्याचार रोका जाना चाहिए।” वहीं सीधी से बीजेपी विधायक केदारनाथ शुक्ला और रीवा से बीजेपी विधायक राजेंद्र शुक्ला के साथ आरोपी की तस्वीरें सोशल मीडिया पर सामने आई हैं। हालांकि, पार्टी ने उसके साथ किसी भी तरह के संबंध से साफ इनकार किया है।
केदारनाथ शुक्ला ने कहा, “मैं उन्हें जानता हूं क्योंकि वह मेरे निर्वाचन क्षेत्र से हैं, लेकिन वह मेरे प्रतिनिधि या भाजपा कार्यकर्ता नहीं हैं।”