Maharashtra में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने दशहरे के मौके पर महाराष्ट्र की जनता को संदेश देते हुए विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी पर खूब निशाना साधा। जिसके बाद से महाराष्ट्र की राजनीति में सियासी तुफान आ गया है। भाजपा की ओर से पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी मैदान में आ गये हैं और उद्धव ठाकरे पर आरोपों की बौछार कर दी हैं।
भाजपा न तो सावरकर को समझ पाई है, न ही गांधी को
दरअसल दशहरा के मौके पर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने भाजपा पर हमला करते हुए कहा कि बीजेपी को सत्ता की नशे की लत लग गई है। इसके साथ ही उन्होंने विपक्षी दल भाजपा को चुनौती दी की वह इनकी सरकार को गिराकर दिखाए। सावरकर विवाद पर तंज कसते हुए सीएम ठाकरे ने कहा कि बीजेपी न तो सावरकर को समझ पाई है और न ही राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को। इसके साथ ही उद्धव ने कहा कि उन्हें अपने हिन्दुत्व की विचारधारा पर बहुत गर्व है, लेकिन चूंकि वह एक राज्य के मुख्यमंत्री भी हैं, इसलिए वह सभी नागरिकों के लिए समभाव रखते हैं।
उद्धव सरकार इतिहास की सबसे भ्रष्ट सरकार है
वहीं आरोपों से आग-बबूला बीजेपी ने जवाब देने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को कमान थमा दी। फडणवीस ने ठाकरे के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे इस समय जिस सरकार का नेतृत्व कर रहे हैं, वह अब तक के महाराष्ट्र की राजनीतिक इतिहास की सबसे भ्रष्ट सरकार है। देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि राज्य की सरकार वसूली का साफ्टवेयर लेकर काम कर रही है। इनकम टैक्स की रेड में सच सबके सामने आ गया है।
उद्धव का आधा मंत्रीमंडल सलाखों के पीछे होता
इसके साथ ही देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि उद्धव ठाकरे गलत बोल रहे हैं कि केंद्रीय एजेंसियां किसी को परेशान करती हैं, अगर सच में ऐसा होता तो उनका आधा मंत्रीमंडल सलाखों के पीछे होता। तल्ख लहजे में हमला करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा किसी भी कीमत पर महाराष्ट्र को बंगाल नहीं बनने देगी।
दरअसल, उद्धव ठाकरे ने आरोप लगाया था कि केंद्र सरकार सेंट्रल एजेंसियों के माध्यम से दबाव बनवाकर लोगों को ब्लैकमेल करती है और अपना हित साधती है। इसके साथ ही एनसीबी की कार्यवाही पर नाराजगी जताते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा कि चिमटी भर गांजा पकड़ कर फोटो खिचवाते हैं, हीरे-हीरोइन को पूछताछ के लिए बुलवाते हैं। अरे उससे ज्यादा तो 150 करोड़ रुपये की ड्रग्स हमारी महाराष्ट्र की पुलिस ने बरामद की है।
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