‘किसान विरोधी’ छवि से लेकर रोजगार के अवसर पैदा करने तक, Yogi 2.O के सामने होगी ये 5 बड़ी चुनौतियां

2022 के चुनावों में प्रचंड बहुमत हासिल करने के बाद योगी का दूसरा कार्यकाल पहले की तुलना में अधिक चुनौतीपूर्ण होगा।

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CM Yogi
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Yogi 2.O: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पद और गोपनीयता की शपथ लेने के बाद अपने मंत्रियों और सहयोगियों से साफ-साफ कहा कि वे अपने पिछले कार्यकाल के दौरान बनाए गए सुशासन के आधार को मजबूत करें। उन्होंने कहा कि यह हमारे लिए गर्व की बात है। लेकिन इसका मतलब यह भी है कि हमें यह सुनिश्चित करने के लिए और अधिक जोश के साथ काम करना होगा। जिससे सरकारी योजनाओं का लाभ लक्षित लोगों तक पहुंच सके।

बता दें कि 2022 के चुनावों में प्रचंड बहुमत हासिल करने के बाद योगी का दूसरा कार्यकाल पहले की तुलना में अधिक चुनौतीपूर्ण होगा। क्योंकि योगी सरकार से लोगों की अपेक्षाएं अधिक हैं और उन अपेक्षाओं को पूरा करना एक कठिन कार्य है। आइए हम यहां योगी 2.O में क्या-क्या चुनौतियां होगीं इसके बारे में बताते हैं:

Yogi Government 2.0
Yogi 2.0

Yogi 2.O: के सामने ये हैं चुनौतियां:

किसान विरोधी सरकार’ होने का टैग हटाने की चुनौती

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में किसानों का आंदोलन एक प्रमुख मुद्दा बन गया था। चुनाव से ठीक पहले मोदी सरकार ने तीनों विवादित कृषि कानूनों को वापस भी ले लिया लेकिन, साल भर चले इस किसान आंदोलन में करीब 700 किसानों की मौत हो गई थी। ऐसे में विपक्ष ने बीजेपी सरकार पर किसान विरोधी सरकार होने का आरोप लगाया। ऐसे में सरकार के सामने किसान विरोधी सरकार होने का टैग हटाने की चुनौती है।

रोजगार की चुनौती

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान विपक्ष ने युवा मतदाताओं को रिझाने के लिए बेरोजगारी का मुद्दा जोर-शोर से उठाया था। विपक्ष ने योगी सरकार को इस मुद्दे पर घेरा। उनका कहना है कि पिछले पांच वर्षों में उत्तर प्रदेश की रोजगार दर में गिरावट आई है। अब योगी सरकार के सामने इस समस्या का समाधान करना एक बड़ी चुनौती होगी।

वहीं सरकारी नौकरियों के साथ-साथ चल रहे COVID-19 महामारी के दौरान लोगों के लिए नए अवसर और रोजगार के अवसर पैदा करना योगी आदित्यनाथ के लिए किसी चुनौती से कम नहीं होगा।

आवारा पशुओं से निपटने की चुनौती

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में विपक्ष ने आवारा पशुओं का मुद्दा जोरदार तरीके से उठाया था। सपा सहित सभी विपक्षी दलों ने आवारा सांड को चुनावी मुद्दा बना दिया था। बता दें कि यूपी में आवारा मवेशियों से किसानों को दोतरफा नुकसान होता है, क्योंकि वे खेतों में फसलों को नष्ट कर देते हैं, जबकि दूसरा नुकसान आर्थिक और सुरक्षा की दृष्टि से होता है।

ग्रामीण उत्तर प्रदेश के नागरिकों को आवारा पशुओं से बचाने के लिए किसान को खेतों की बाड़ लगानी पड़ रही है। ऐसे में योगी के सामने अपने अगले कार्यकाल में इस समस्या से निपटने की बड़ी चुनौती होगी।

Yogi Government Cabinet Expansion
Yogi 2.O

Yogi 2.O: अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई कर सख्त छवि बनाए रखना

बता दें कि उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहचान ‘बुलडोजर बाबा‘ के रूप में हो रही है। योगी सरकार में गुंडों व माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई की गयी। प्रदेश के बड़े-बड़े माफियाओं अतीक अहमद से लेकर आजम खान तक सभी पर कड़ी कार्रवाई की गई। मुख्तार अंसारी के मन में योगी सरकार का इतना खौफ था कि वह उत्तर प्रदेश छोड़कर पंजाब की एक जेल में शिफ्ट हो गए थे। ऐसे में अपना ये छवि बनाकर रखना योगी सरकार के लिए चुनौतीपूर्ण होगी।

2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी का ग्राफ बढ़ाना

राजनीतिक पंडितों के अनुसार यूपी के पास 2024 में भी देश की सत्ता की चाबी होगी। केंद्र का रास्ता यूपी से होकर ही जाता है। जिस पार्टी का जादू यूपी में काम करता है वह केंद्र में सत्ता के सिंहासन तक पहुंचती है। उत्तर प्रदेश में बीजेपी के ग्राफ को ऊपर ले जाना उनके लिए एक बड़ी चुनौती होगी, क्योंकि 2024 के आम चुनाव में पार्टी को इस राज्य से बड़ी उम्मीदें होंगी।

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