Narak Chaturdashi 2021: पंचांग के मुताबिक 3 नवंबर 2021, बुधवार को कार्तिक मास (Kartik Month) की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी के दिन नरक चतुर्दशी (Narak Chaturdashi) मनाई जाती है। इसे छोटी दिवाली भी कहा जाता है।
नरक चतुर्दशी को लेकर कई मान्यताएं हैं। कई कहानियां हैं, कुछ कहानियां श्री कृष्ण से जुड़ी हैं तो कुछ कहानियां बजरंगबली से जुड़ी हैं। यहां पर हम अन्य मान्यता की बात करेंगे।
Narak Chaturdashi की क्या है मान्यता?
नरक चतुर्दशी का एक बहुत बड़ा महत्व है कहते हैं नरक चतुर्दशी के दिन सिर्फ 1 दिन के लिए नरक का द्वार खोल दिया जाता है, जो हमारे परिवार परिजन अपने बुरे कर्म के कारण नरक में चले जाते हैं सिर्फ 1 दिन के लिए वह हमसे मिलने आते हैं बंगाल में इस दिन को भूत चतुर्दशी के नाम से भी जाना जाता है इस दिन घर के बाहर 14 दीया लगाने का रिवाज होता है हम उन परिजनों को सम्मानित करते हैं जो सिर्फ 1 दिन के लिए हम से मिलने के लिए आते हैं।
देवी धूमावती जो चतुर्मास की अधिष्ठात्री देवी है नरक चतुर्दशी के दिन पृथ्वी से चली जाती है और नरक चतुर्दशी के दिन इनकी साधना आराधना करने से व्यक्ति दुख और दरिद्रता में नहीं रहता, धूमावती देवी के साधक को इस दिन धूमावती विशेष सिद्धि प्रदान करती है जो व्यक्ति धूमावती साधक है उस दिन धूमावती के विशेष साधना अवश्य करें।
नरक चतुर्दशी के दिन श्री कृष्णा ने नरकासुर का वध किया था इसीलिए नरक चतुर्दशी वैष्णव संप्रदाय के साधकों के लिए भी महत्वपूर्ण दिन है
नरक चतुर्दशी शुभ मुहूर्त
संपूर्ण तिथि अनुसार नरक चतुर्दशी 3 नवंबर सुबह 9:03 से शुरू होकर 4 नवंबर सुबह 6:03 तक रहेगी
यह भी पढ़ें:
Diwali Rangoli Designs: दीवाली पर बनाएं यह रंगोली डिजाइन, बनाना है बहुत आसान
Diwali 2021 Rangoli: दीवाली के लिए यहां पर देखें आसान रंगोली डिजाइन