Pawan Khera: कांग्रेस नेता और पार्टी के मीडिया प्रभारी पवन खेड़ा को पीएम मोदी और उनके पिता पर टिप्पणी करने वाले मामले में अभी कोर्ट से राहत मिलना जारी है। सुप्रीम कोर्ट ने खेड़ा की याचिका को लेकर सुनवाई के लिए तारीख को तीन मार्च यानी शुक्रवार तक के लिए टाल दी है। पिछली सुनवाई में पवन खेड़ा को कोर्ट ने उनकी गिरफ्तारी पर रोक लगाते हुए उन्हें अंतरिम जमानत दे दी थी। यह जमानत खेड़ा को हाल ही में दिल्ली में असम पुलिस के द्वारा उनकी गिरफ्तारी के बाद दी गई थी।

Pawan Khera:यूपी और असम सरकार ने कोर्ट से मांगा समय
पीएम मोदी और उनके पिता पर टिप्पणी करने के मामले में कांग्रेस नेता पवन खेड़ा को सुप्रीम कोर्ट से राहत मिली है। कोर्ट ने मामले की सुनवाई को 3 मार्च तक के लिए टाल दिया है। दरअसल,पवन खेड़ा 23 फरवरी को रायपुर में कांग्रेस अधिवेशन में शामिल होने के लिए जा रहे थे। खेड़ा दिल्ली एयरपोर्ट पर फ्लाइट में बैठ चुके थे तभी उन्हें असम पुलिस के द्वारा पीएम पर टिप्पणी करने के मामले में गिरफ्तार कर लिया गया था।
उसके बाद वकील अभिषेक मनु सिंघवी की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने तुरंत खेड़ा को अंतरिम जमानत का आदेश दे दिया था, जिसके बाद दिल्ली की द्वारका अदालत ने खेड़ा को 30 हजार रुपये के बॉन्ड पर अंतरिम जमानत दे दी थी। बताया गया कि इस फैसले को असम पुलिस की ट्रांजिट रिमांड की मांग पर सुनाया गया था। हालांकि, कोर्ट ने खेड़ा को उनके बयान को लेकर फटकार भी लगाई थी।
मालूम हो कि पीएम मोदी पर टिप्पणी के मामले में पवन खेड़ा पर यूपी के लखनऊ, वाराणसी और असम में एफआईआर दर्ज कराई गई थी। सुप्रीम कोर्ट ने इन तीनों केसों को क्लब करने का आदेश दिया था। इसको लेकर कोर्ट ने यूपी और असम सरकार को नोटिस भी जारी किया था। वहीं, यूपी और असम की सरकार ने इस मामले में अपना जवाब दाखिल करने के लिए कोर्ट से वक्त मांगा है, जिसके कारण सुनवाई को टाला गया है।
जानें क्या है पूरा मामला ?
दरअसल, कांग्रेस नेता 20 फरवरी को हिंडनबर्ग की रिपोर्ट पर प्रेस वार्ता कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा था “जब अटल बिहारी वाजपेयी जेपीसी बना सकते हैं तो नरेंद्र गौतम दास मोदी को क्या समस्या है?” खेड़ा ने दामोदर दास मोदी की जगह गौतम दास मोदी बोला था। इसके बाद उन्होंने आसपास खड़े लोगों से पूछा था कि गौतम दास या दामोदार दास, फिर उन्होंने बोला था कि नाम भले ही दामोदर दास है। उनका काम गौतम दास का है। हालांकि, बाद में पवन खेड़ा ने अपने बयान पर सफाई देते हुए कहा था कि पीएम के नाम को लेकर उनको कन्फ्यूजन था। पवन खेड़ा के इस बयान के बाद बीजेपी ने उनका काफी विरोध किया और उनके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कराई गई थी।
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