UCC: यूनिफॉर्म सिविल कोड को लेकर देशभर में चर्चाएं तेज हैं। इसी बीच सूत्रों की मानें तो सिवसेना यूबीटी संसद में यूनिफॉर्म सिविल कोड का समर्थन कर सकती है। शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) ने गुरुवार (29 जून) को कहा कि महज ‘शरिया’ का विरोध ही समान नागरिक संहिता (यूसीसी) का आधार नहीं हो सकता। पार्टी ने इस बात पर भी जोर दिया कि यूसीसी का अर्थ कानून और न्याय की दृष्टि में सभी के लिए समानता है।

गौरतलब है कि इससे पहले आम आदमी पार्टी भी UCC के मुद्दे पर अपना रूख स्पष्ट कर चुकी है और इस बिल को समर्थम देने की बात कह चुकी है। इसके अलावा एक मीडिया रिपोर्ट में संजय राउत के हवाले से बताया गया कि पार्टी हमेशा यूसीसी को समर्थन देने के पक्ष में रही है लेकिन आखिरी फैसला ड्राफ्ट तैयार होने के बाद लिया जाएगा। जानकारी के लिए बता दें कि सरकारी सूत्रों की मानें तो सरकार यूसीसी पर आगामी मानसून सत्र में संसद में बिल लेकर आ सकती है।
UCC के लेकर क्या है NCP का रुख?
शिवसेना (यूबीटी) की सहयोगी पार्टी एनसीपी के प्रमुख शरद पवार भी यूसीसी के समर्थन को लेकर बयान दे चुके हैं। उन्होंने गुरुवार को कहा था कि सरकार की ओर से कुछ चीजें स्पष्ट करने के बाद उनकी पार्टी समान नागरिक संहिता पर अपना रुख तय करेगी।
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