S Jaishankar On George Soros: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शनिवार को कहा कि अरबपति निवेशक जॉर्ज सोरोस खतरनाक हैं और कहानी को आकार देने में संसाधनों का निवेश करते हैं। जयशंकर ने पीएम मोदी पर टिप्पणी के लिए सोरोस पर पलटवार किया है। दरअसल, अमेरिकी अरबपति जॉर्ज सोरोस ने गुरुवार को कहा कि पीएम मोदी और गौतम अडानी करीबी सहयोगी हैं। उनका भाग्य आपस में जुड़ा हुआ है। अडानी एंटरप्राइजेज ने शेयर बाजार में धन जुटाने की कोशिश की, लेकिन वो असफल रहा।
सिडनी डायलॉग के दौरान बोले S Jaishankar
सिडनी डायलॉग के एक सत्र में एक सवाल का जवाब देते हुए, विदेश मंत्री जयशंकर ने सोरोस पर पलटवार करते हुए कहा किसोरोस न्यूयॉर्क में बैठे एक बूढ़े, अपने विचारों को रखने वाले व्यक्ति हैं जो अभी भी सोचते हैं कि उनके विचार ही तय करेंगे कि पूरी दुनिया कैसे काम करे। उन्होंने कहा कि ऐसे लोग वास्तव में कहानियां बनाने में अपने संसाधन लगाते हैं। उनके जैसे लोगों को लगता है कि अगर उनके पसंद का व्यक्ति जीते तो चुनाव अच्छा है और अगर चुनाव का परिणाम कुछ और निकलता है तो वे कहेंगे कि यह खराब लोकतंत्र है। गजब की बात है।
सोरोस के बयान पर बवाल
इस गुरुवार को म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन में सोरोस ने अपनी टिप्पणी में कहा था, “अडानी पर स्टॉक हेरफेर का आरोप है और उनका स्टॉक ताश के पत्तों की तरह ढह गया। मोदी इस विषय पर चुप हैं, लेकिन उन्हें विदेशी निवेशकों और संसद में सवालों के जवाब देने होंगे।’
सोरोस ने ने कहा, “यह भारत की संघीय सरकार पर मोदी की पकड़ को काफी कमजोर कर देगा और बहुत जरूरी संस्थागत सुधारों को आगे बढ़ाने के लिए दरवाजा खोल देगा।” सोरोस ने 2023 म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन में अपनी टिप्पणी में कहा, “मैं अनुभवहीन हो सकता हूं, लेकिन मुझे भारत में एक लोकतांत्रिक पुनरुद्धार की उम्मीद है।” इसके बाद से ही विवाद बढ़ गया है। विदेश मंत्री से पहले केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी भी सोरोस पर निशाना साध चुकी है।
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