Russia Ukraine Conflict: दुनिया के दूसरे सबसे ताकतवर देश रूस के राष्ट्रपति Vladimir Putin ने यूक्रेन पर हमले की घोषणा कर दी है। रूस की एयरस्ट्राइक से यूक्रेन में अब तक 7 लोगों की मौत हो चुकी है वहीं दर्जनों लोग बुरी तरह जख्मी हैं। 4.41 करोड़ की आबादी वाले देश में हालात बेहद ही खराब हैं। भारत के कई नागरिक और छात्र यूक्रेन में फंसे हैं। यूक्रेन में भारतीय दूतावास के बाहर छात्रों की भीड़ लगी है। केंद्र सरकार ने दावा किया है कि युद्ध वाले क्षेत्र से छात्रों को निकालने की हर मुमकिन कोशिश की जा रही है।
Russia Ukraine Conflict पर यूक्रेन की भारत से अपील
न्यूज एजेंसी एएनआई द्वारा मिली खबर के अनुसार विदेश मंत्रालय ने कंट्रोल रूम की समय अवधी बढ़ा दी है। छात्रों को मदद मुहैया कराने के लिए 24×7 काम किया जा रहा है। साथ ही वहां पर फंसे भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए सरकार इंतजाम कर रही है।
यूक्रेन में हालात बुरे हो रहे हैं। यूक्रेन के Ambassador Dr. Igor Polikha ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मैं भारत सरकार से गुहार लगाता हूं कि वे युद्ध को रोकने की कोशिश करें। Dr. Igor Polikha ने पीएम से हस्तक्षेप करने की मांग की है। यूक्रेन ने साफ कह दिया है के वे रसिया के सामने झुकेंगे नहीं। आखिरी दम तक लड़ेंगे। वहीं यूक्रेन की सरकार ने अपनी जनता से अपील करते हुए कहा कि जो लोग हथियार उठा सकते हैं वो सेना में शामिल हो जाएं।
Russia Ukraine Conflict का कारण
बता दें कि Soviet Union के विघटन (Disintegration) के बाद 1991 में यूक्रेन को स्वतंत्रता मिली थी। 1991 तक यूक्रेन सोवियत संघ का सदस्य था लेकिन जब वो विघटित हो गया तब से रूस ने यूक्रेन को अपने क्षेत्र में रखने की कोशिश की है। 2014 में यूक्रेन के औद्योगिक गढ़ डोनेट्स्क बेसिन में एक अलगाववादी विद्रोह शुरू हुआ था। जिसके बाद क्रीमिया में कब्जे करके रूस ने समुद्री लाभ प्राप्त किया था और उसी के बाद से अमेरिका और यूरोपीय संघ दोनों ने यूक्रेन की सीमाओं की रक्षा करने की बात कही थी।
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