प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार 21 अक्टूबर को केंद्र सरकार में 10 लाख कर्मियों की नियुक्ति अभियान की शुरुआत करेंगे. केंद्र सरकार द्वारा इस अभियान को रोजगार मेले (Rozgar Mela) का नाम दिया गया है. इस दौरान प्रधान मंत्री मोदी विभिन्न विभागों 75,000 नवनियुक्त युवाओं को नियुक्ति पत्र सौपेंगे.
प्रधान मंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने एक बयान में जानकारी देते हुए बताया गया कि प्रधान मंत्री वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से युवाओं को संबोधित भी करेंगे. पीएमओ ने कहा कि युवाओं के लिए रोजगार के अवसर प्रदान करने और नागरिकों का कल्याण सुनिश्चित करने की प्रधान मंत्री मोदी की प्रतिबद्धता को पूरा करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा.
प्रधान मंत्री ने इसी साल जून महीने में सरकार के विभिन्न मंत्रालयों व विभागों को निर्देश दिया था कि वे मिशन मोड से 10 लाख पदों पर भर्तियां करें. पीएमओ ने कहा कि प्रधान मंत्री के निर्देश के मुताबिक सभी मंत्रालय व विभाग स्वीकृत पदों के बरक्स मौजूदा रिक्तियों को भरने की दिशा में मिशन मोड में काम कर रहे हैं. जिन युवाओं को नियुक्ति पत्र दिया जाएगा, उनमें देश भर के युवा शामिल हैं.
कहां होगी नियुक्ति?
देश भर से चयनित नए कर्मियों को भारत सरकार के 38 मंत्रालयों/विभागों में नियुक्त किया जायेगा. नवनियुक्त कर्मी विभिन्न स्तरों पर सरकार में शामिल होंगे, जैसे समूह-ए, समूह-बी (राजपत्रित), समूह-बी (अराजपत्रित) और समूह-सी. जिन पदों पर नियुक्तियां की जा रही हैं, उनमें केंद्रीय सशस्त्र बल कार्मिक, उप निरीक्षक, कांस्टेबल, एलडीसी, स्टेनो, पीए, आयकर निरीक्षक, एमटीएस तथा अन्य शामिल हैं.
ये भर्तियां, मंत्रालयों और विभागों द्वारा मिशन मोड में या तो स्वयं या यूपीएससी, एसएससी, रेलवे भर्ती बोर्ड जैसी भर्ती एजेंसियों के माध्यम से की जा रही हैं. शीघ्र भर्ती के लिए, चयन प्रक्रियाओं को सरल और तकनीकी रूप से सक्षम बनाया गया है.
कितने पद हैं खाली?
अगस्त के महीने में लोकसभा में केंद्रीय मंत्री ने एक सवाल के जवाब में बताया था कि केंद्र सरकार के विभागों में कितने पद खाली हैं. लोकसभा में दिए गए जवाब के अनुसार, देशभर में 9 लाख 79 हजार 327 पद अभी खाली हैं. इन पदों में ग्रुप-ए के 23,584, ग्रुप बी के 1,18,801 और ग्रुप सी के 8,36,936 पद खाली हैं. यानी अभी लाखों पदों पर भर्ती किया जाना बाकी है.
बढ़ते जा रहे हैं खाली पद
पिछले साल जब नौकरियों का डेटा जारी किया गया था तो उस वक्त 1 मार्च 2020 तक देश में 8.72 लाख पद खाली थे. अब ये ही संख्या बढ़कर करीब 10 लाख रुपये तक पहुंच गई है. उस वक्त करीब 40 लाख सरकारी पद थे, जिसमें 31 लाख 32 हजार कर्मचारी काम कर रहे थे. अब इन खाली पदों में इजाफा हो गया है.