Rahul Gandhi ने गुरुवार को देहरादून के परेड ग्राउंड पर एक बड़ी जनसभा को संबोधित किया। उत्तरखंड पहुंचे कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने सबसे पहले हेलिकॉप्टर दुर्घटना में दिवंगत हुए देश के पहले CDS जनरल Bipin Rawat को अपनी श्रद्धांजलि दी।
राहुल गांधी ने अपने भाषण में सबसे पहले CDS जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत सहित दुर्घचना में मारे गये सभी सैन्य अधिकारियों के प्रति अपनी शोक संवेदना व्यक्त की। भाषण के दौरान अपने पुराने दिनों को याद करते हुए Rahul Gandhi ने कहा कि जब मैं बचपन में इसी देहरादून के दून स्कूल में पढ़ा करता था तो आपने उस वक्त मुझे बहुत प्यार दिया था।
राहुल गांधी ने परिवार की शहादत का जिक्र किया
परिवार की शहादत का जिक्र करते हुए Rahul Gandhi ने कहा मुझे वो दिन याद है जब 31 अक्टूबर को मेरी दादी इस देश के लिए शहीद हुईं थी। फिर मुझे 21 मई का दिन याद आया, जिस दिन मेरे पिता भी इस देश के लिए शहीद हो गए थे। हम दोनों का यानी मेरा और आपका कुर्बानी का रिश्ता है, जो कुर्बानी के उत्तराखंड के हजारों परिवारों ने दी है। इस रिश्ते को जो सेना में हैं वो गहराई से समझ रहे होंगे।
राहुल गांधी की रैली से पहले उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत पूरे ढोल-नगाड़े और गाजेबाजे के साथ परेड ग्राउंड पहुंचे। परेड ग्राउंड में Rahul Gandhi के साथ CDS जनरल बिपिन रावत का भी कटआउट लगाया गया है। राहुल गांधी के मंच पर पूर्व सैनिकों को सम्मान दिया गया और मंच पर उनके भी बैठने की व्यवस्था की गई थी।
राहुल की रैली में शामिल महिलाओं का एक दल अपने पारंपरिक वेशभूषा में पहुंचा था। परेड ग्राउंड में कांग्रेस की इस रैली के लिए दोपहर 12 बजे से लोगों की भीड़ जुटने लगी। राहुल गांधी दोपहर करीब एक बजे जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर उतरे।
यह रैली बांग्लादेश मुक्ति संग्राम की याद में बुलाई गई थी
उत्तराखंड के देहरादून में कांग्रेस द्वारा आयोजित यह रैली बांग्लादेश मुक्ति संग्राम, 1971 की 50वीं वर्षगांठ के वर्ष भर चलने वाले उत्सव के समापन के तौर पर था। इस मामले में कांग्रेस महासचिव के सी वेणुगोपाल ने बताया कि 16 दिसंबर के उपलक्ष्य में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष Rahul Gandhi की विशाल रैली का आयोजन देहरादून के परेड ग्राउंड में हुआ। जिसमें बड़ी संख्या में 1971 के युद्ध के सान्य दिग्गजों ने भआग लिया।
गौरतलब है कि बांग्लादेश मुक्ति संग्राम की स्मृति में साल भर चलने वाले इस समारोह का औपचारिक समापन 15 दिसंबर को नई दिल्ली में होगा, जहां कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी मुख्य अतिथि होंगी। महासचिव ने कहा कि 16 दिसंबर को पूरे देश में जिला स्तर पर युद्ध के दिग्गजों और युद्ध विधवाओं को सम्मानित करने और बांग्लादेश मुक्ति संग्राम-1971 की स्मृति जैसे कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
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