PM Security Breach: पंजाब के फिरोजपुर दौरे के दौरान पीएम की सुरक्षा में चूक का मामला इन दिनों सुर्खियों में है। अब इस मामले की जांच-पड़ताल के लिए केंद्र सरकार की टीम घटना स्थल पर पहुंच गई है। बता दें कि जांच दल सबसे पहले उस जगह पर गया है, जहां पीएम को रोका गया था। इस दौरान पंजाब पुलिस के अफसर भी मौजूद रहे।
दिल्ली से आए जांच दल में इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) के जॉइंट डायरेक्टर बलबीर सिंह, सुरक्षा सचिव सुधीर कुमार सक्सेना और स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (SPG) के IG एस. सुरेश शामिल हैं। मिली जानकारी के मुताबिक जांच दल अब फिरोजपुर के एक BSF कैंप में गया है। बता दें कि पंजाब में हाल ही में बीएसएफ का दायरा 15 से 50 किमी किया गया है। इस मामले को उससे जोड़कर देखा जा रहा है।
PM Security Breach: विशेष केंद्रीय जांच दल ने घटना स्थल का लिया जायजा
पीएम के काफिले को रोके जाने वाली जगह पर टीम ने देखा कि पीएम मोदी का काफिला जहां पर रुका था, उसके चारों तरफ क्या-क्या था? पीएम मोदी की कार से प्रदर्शनकारी कितनी दूरी पर प्रदर्शन कर रहे थे? वहीं जांच दल ने इस दौरान वहां पुलिस के जवान और आसपास कौन-कौन से गांव हैं? इसकी जानकारी इक्ट्ठा की है।
बता दें कि जांच दल फिरोजपुर के SSP के दफ्तर जा रहा था, लेकिन अचानक सभी अधिकारी बीएसएफ के कैंप में पहुंच गए। उनके साथ पंजाब पुलिस के सीनियर अफसर भी हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक केंद्र का जांच दल पुलिस अफसरों से पूछताछ करेगा। इसके बाद टीम फिरोजपुर के डिप्टी कमिश्नर से भी मिलेगी।
PM Security Breach: राष्ट्रपति से मिले थे पीएम
वहीं पीएम राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से भी मिले थे। इस मुद्दे पर पंजाब के फिरोजपुर जिले में प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक के मामले में (PM Security Breach) न्यायिक जांच की मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की गयी है। राष्ट्रीय सुरक्षा में चूक के लिए ज़िम्मेदार पंजाब के डीजीपी, फ़िरोज़पुर कमिश्नर, डीएम व एसएसपी को हटाने की मांग की गयी है।
PM Security Breach: प्रधानमंत्री का दौरा सुरक्षा कारणों से हुआ था रद्द
गौरतलब है कि 5 जनवरी को पीएम नरेंद्र मोदी ने पंजाब के फिरोजपुर में होने वाली रैली को रद्द कर दिया था। इस मामले पर बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा था कि यह दुख की बात है कि पंजाब के लिए हजारों करोड़ की विकास परियोजनाओं को शुरू करने के लिए पीएम का दौरा बाधित हो गया… राज्य पुलिस को लोगों को रैली में शामिल होने से रोकने के निर्देश दिए गए…मुख्यमंत्री चन्नी ने फोन पर बात करने या इसे हल करने से इनकार कर दिया था।
वहीं, गृह मंत्रालय (एमएचए) का कहना है कि वह इस गंभीर सुरक्षा चूक का संज्ञान ले रहा है और राज्य सरकार से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। राज्य सरकार को भी इस चूक की जिम्मेदारी तय करने और सख्त कार्रवाई करने को कहा गया है।
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