Mahant Narendra Giri’s death case: अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के पूर्व महंत दिवंगत नरेंद्र गिरी की संदिग्ध मौत के मामले में प्रयागराज से बड़ी खबर आ रही है। बताया जा रहा है कि सीजेएम कोर्ट ने आरोपियों आनन्द गिरि, लेटे हनुमान मंदिर के पुजारी आद्या प्रसाद तिवारी और उसके बेटे संदीप तिवारी की न्यायिक हिरासत को बढ़ा दिया है।
जानकारी के मुताबिक सीजेएम हरेंद्र नाथ ने मामले में सुनवाई करते हुए आरोपियों की न्यायिक हिरासत को 12 नवंबर तक बढ़ा दिया है। यानी की अब आरोपियों की दीवाली जेल में ही कटेगी।
वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये आरोपियों की हुई पेशी
पुलिस ने आज सभी आरोपियों को सीजेएम कोर्ट की कोर्ट में वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये पेश किया। पुलिस का कहना है कि तीनों आरोपियों ने महंत नरेंद्र गिरि को मानसिक तौर पर इतना परेशान किया कि वह आत्महत्या के लिए विवश हो गये।
तीनों आरोपी आनन्द गिरि, आद्या प्रसाद तिवारी और संदीप तिवारी इस समय प्रयागराज की नैनी सेंट्रल जेल में बंद हैं। मामले की जांच कर रही सीबीआई ने भी अब तक की अपने विवेचना की प्रगति रिपोर्ट कोर्ट में नहीं दाखिल की है। इस मामले में सीजेएम कोर्ट अगली सुनवाई 12 नवंबर को होगी।
बाघंबरी मठ में पंखे से लटके मिले थे महंत नरेंद्र गिरि
बीते 20 सितंबर को अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद (Akhil Bharatiya Akhara Parishad ) के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि (Mahant Narendra Giri) की संदिग्ध हालात में मौत हो गई थी और उनका शव उत्तर प्रदेश के प्रयागराज स्थित बाघंबरी मठ के कमरे में पंखे से लटका मिला था।
महंत नरेंद्र गिरि के शव के पास मिले सुसाइड नोट में शिष्य आनंद गिरि (Anand Giri) समेत कई लोगों के नाम थे। नरेंद्र गिरि ने सुसाइड नोट के साथ एक वीडियो भी बनाया था, जिसमें उन्होंने आनंद गिरि का नाम लिया है साथ ही सुसाइड नोट में लिखी बातों को विस्तार में बताया है।
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