इटली में हुए चुनावों में ब्रदर्स ऑफ इटली पार्टी की जियोर्जिया मेलोनी (Giorgia Meloni) प्रधानमंत्री के रुप में निर्वाचित हुई हैं. इसके साथ ही मेलोनी इटली की पहली महिला प्रधान मंत्री बनने जा रही हैं. मेलोनी ने दो अन्य दलों सिल्वियो बर्लुस्कोनी की फ्रोजा इटैलिया पार्टी और मातेयो साल्विनी की लीग पार्टी के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था.
यूरोजोन की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था इटली में हुए चुनाव के नतीजों की यूरोप समेत पूरी दुनिया बड़ी उम्मीदों के साथ इंतजार कर रहे थे. चुनावों में इटली की जनता को यह फैसला करना था कि वह Meloni के नेतृत्व वाली सबसे दक्षिणपंथी सरकार को चुने या नहीं. द्वितीय विश्व युद्ध के बाद पहला मौका है जब कोई राइट विंग की पार्टी इटली में सरकार बनाएगी.
मेलोनी (Giorgia Meloni) ने लोकलुभावन नारे “इटली और इतालवी लोग पहले!” के साथ चुनाव अभियान की शुरुआत की. उसने अधिक परिवार के अनुकूल लाभ, कम यूरोपीय नौकरशाही, कम कर और आव्रजन (Immigration) को रोकने का आह्वान किया है.
1946 से 2022 तक इटली में लगभग 68 सरकारें बन चुकी हैं.

जियोर्जिया मेलोनी (Giorgia Meloni)
जियोर्जिया मेलोनी को इटली की सबसे कट्टर नेता माना जाता है, हांलाकि पिछले कुछ समय से उनके रुख में नरमी आई है. जियोर्जिया ने रूस पर लगे पश्चिमी प्रतिबंधों का समर्थन किया था. साथ ही उन्होंने यूक्रेन और रूस के बीच चल रहे युद्ध में यूरोप के रूख का समर्थन किया है. जियोर्जिया मेलोनी, समलैंगिकता की विरोधी हैं और वह अक्सर एलजीबीटी लॉबी के खिलाफ बातें करती आई हैं.
2019 में, जियोर्जिया मेलोनी ने एक भाषण में उत्साही समर्थकों से कहा था कि “मैं जियोर्जिया हूं, मैं एक महिला हूं, मैं एक मां हूं, मैं इतालवी हूं, मैं एक ईसाई हूं, और आप इसे मुझसे दूर नहीं कर सकते”.

जियोर्जिया ने सन् 2012 में ब्रदर्स ऑफ इटली पार्टी की स्थापना की थी और अब यह देश की सबसे बड़ी पार्टी बन गई है. पार्टी का नेतृत्व को 2014 से ही मेलोनी के पास ही है. उन्होंने अपनी पार्टी का नाम राष्ट्रीय गान की शुरुआती लाइन के आधार पर रखा है. ब्रदर्स ऑफ इटली एक युद्धघोष है जिसका मतलब है आजादी के लिए मौत.
2020 में, उन्होंने यूरोपीय रूढ़िवादी और सुधारवादी पार्टी की अध्यक्षता भी संभाली, जिसमें अन्य लोगों के अलावा, पोलिश सत्तारूढ़ पार्टी, PiS भी शामिल है.
जियोर्जिया रोम की रहने वाली हैं और उन्हें एक अक्खड़ नेता के तौर पर देखा जाता है. विश्लेषकों का कहना है कि वह वर्किंग क्लास से आती हैं और उन्हें इसका ही फायदा चुनाव में सबसे ज्यादा मिला.
1977 में जन्मी, मेलोनी ने 2006 में इतालवी संसद के चैंबर ऑफ डेप्युटी के लिए चुनी गईं, और दो साल बाद 2008 में मेलोनी इटली की बर्लुस्कोनी सरकार में 31 साल में सबसे कम उम्र की मंत्री बनीं थी जब उन्हें युवा विभाग का कार्यभार दिया गया था.
2021 में प्रकाशित हुई उनकी आत्मकथा, ‘आई एम जियोर्जिया’ में, मेलोनी लिखती हैं कि उन्हें 15 साल की उम्र में एक नया परिवार मिला, जब वह इतालवी सामाजिक आंदोलन (MSI) के एक स्थानीय युवा वर्ग में शामिल हुईं, जिसे 1946 में बदनाम फासीवादी तानाशाह बेनिटो मुसोलिनी के समर्थकों द्वारा बनाया गया था.
जनता को उम्मीदें
कोविड-19 के बाद इटली की अर्थव्यवस्था आगे बढ़ने लगी थी लेकिन यूक्रेन पर हमले के बाद यह चरमरा गई है. ऊर्जा संकट का इसमें सबसे बड़ा योगदान है. इटली के राजनेता जहां रूस-युक्रेन के बीच जारी युद्ध पर बहस कर रहे हैं तो वहीं आम जनता को इस बात की चिंता है कि वह अपने बिल कैसे अदा करेंगे. नई पीएम जियोर्जिया से इटली की जनता को काफी उम्मीदें हैं और माना जा रहा है कि वह सत्ता में आने के बाद कुछ फैसले ले सकती हैं.

मेलोनी अब नहीं चाहतीं कि इटली यूरोजोन छोड़ दे, लेकिन उनका कहना है कि रोम को अपने हितों पर अधिक जोर देना चाहिए, और ऐसी नीतियां हैं जो ब्रसेल्स को चुनौती देने के लिए तैयार हैं. सार्वजनिक खर्च के नियमों से लेकर बड़े पैमाने पर पलायन तक सब कुछ वो खुद तय करें.
वह यूरोपीय संघ की संधियों पर फिर से बातचीत करना चाहती है, और उसकी पार्टी गर्भपात और समलैंगिक विवाह को अस्वीकार करती है. आर्थिक और विदेश नीति के संदर्भ में, प्रशिक्षित विदेशी भाषा सचिव अपेक्षाकृत अनुभवहीन होते हैं. उन्होंने अपना अधिकांश राजनीतिक जीवन संसद सदस्य और पार्टी अधिकारी के रूप में बिताया है.