ISRO: चंद्रयान-3 के चांद की सतह पर सफल लैंडिंग के बाद पूरे देश को भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) पर गर्व है। इसी बीच ISRO चीफ एस सोमनाथ ने कहा है कि भारत स्पेस सेक्टर में और भी कई बुलंदियां छू सकता है, जिसके लिए उन्हें निवेश और सहयोग की जरूरत है।
ISRO: “PM Modi के विजन को पूरा करने के लिए तैयार”
मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए एस सोमनाथ (S Somnath) ने कहा, “भारत के पास चंद्रमा, मंगल और शुक्र की यात्रा करने की क्षमता है, लेकिन हमें अपना आत्मविश्वास बढ़ाने की जरूरत है। हमें और अधिक निवेश की आवश्यकता है और अंतरिक्ष क्षेत्र का विकास होना चाहिए। इससे पूरे देश का विकास होना चाहिए, यही हमारा मिशन है। हम उस विजन को पूरा करने के लिए तैयार हैं, जो पीएम मोदी ने हमें दिया था।”
भारत के पास बहुत क्षमता -इसरो प्रमुख
इसरो के चेयरमैन एस सोमनाथ ने चंद्रयान-3 के बाद अगले मिशन के बारे में अपडेट दिया है। उन्होंने बताया कि इसरो का अगला टारगेट आदित्य एल-1 मिशन को लॉन्च करना है। साथ ही उन्होंने बताया कि इस मिशन के लॉन्च की तारीख भी जल्द ही घोषित की जाएगी। उन्होंने मीडिया के सामने कहा कि भारत के पास चंद्रमा मंगल और शुक्र की यात्रा करने की क्षमता है।
सितंबर में पहला सूर्य मिशन लॉन्च करने की तैयारी
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के प्रमुख एस सोमनाथ ने शनिवार को कहा कि देश का पहला सौर मिशन आदित्य-एल1 (Aditya-L1) तैयार है और इसे सितंबर के पहले सप्ताह में लॉन्च किया जाएगा।
उन्होंने कहा, “आदित्य- एल1 उपग्रह तैयार है। यह श्रीहरिकोटा पहुंच गया है और पीएसएलवी से जुड़ गया है। इसरो का अगला लक्ष्य इसका प्रक्षेपण (Launch) करना है। प्रक्षेपण सितंबर के पहले सप्ताह में होगा। तारीख की घोषणा दो दिनों के भीतर की जाएगी। आदित्य- एल1 उपग्रह (Aditya L1 satellite) प्रक्षेपण के बाद अण्डाकार कक्षा में जाएगा और वहां से वह एल1 बिंदु तक यात्रा करेगा, जिसमें लगभग 120 दिन लगेंगे।”
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