Constitution Day 2021: भारत में हर साल 26 नवंबर को संविधान दिवस (Constitution Day) मनाया जाता है। यह दिन भारत के इतिहास में बहुत ही अहम स्थान रखता है। 26 नवंबर 1949 वह दिन था जब भारत ने संविधान को औपचारिक तौर पर स्वीकार किया था और 26 जनवरी 1950 को लागू किया था।
क्यों मनाया जाता है संविधान दिवस?

भारत में जब कहीं मनमाने ढंग से कोई काम होता है तो एक ही बात कही जाती है, “यह लोकतांत्रिक देश है यहां पर संविधान की चलती है।” संविधान के प्रति लोगों को जागरूक किया जा सके और आधुनिक होते देश के युवाओं को संविधान के बारे में बताया जा सके इसलिए हर साल 26 नवंबर को संविधान दिवस मनाया जाता है।
251 पन्नों की ताकतवर इस किताब के मुख्य निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर हैं। यह दिन उन्हें श्रद्धाजंलि देने के प्रतीक के रूप में भी मनाया जाता है। भारत में संविधान को तैयार करने में कुल दो साल 11 महीने और 18 दिन लगे। इसका वजन 3.75 किलोग्राम है।
विश्व का सबसे बड़ा संविधान
विश्व में भारत का संविधान सबसे बड़ा है। इसमें 448 अनुच्छेद, 12 अनुसूचियां और 94 संशोधन शामिल है। भारत का संविधान एक हस्तलिखित है। इसमें 48 आर्टिकल हैं।
भारत से जब अंग्रेजों का शासनकाल खत्म होने वाला था, तब देश को ऐसे कानूनी किताब की जरूरत थी जिसके तले देश का हर नागरिक अपने अधिकार के साथ रह सके। जिसे देखते हुए स्वतंत्रता सेनानियों के बीच संविधान बनाने की मांग उठने लगी थी। जब देश आजाद होने वाला था तो एक संइस सभा की पहली बैठक साल 1946 में 9 दिसंबर के दिन हुई। संसद भवन के सेंट्रल हॉल में हुई इस बैठक में 207 सदस्य मौजूद थे।
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