AIMIM के प्रमुख Asaduddin Owaisi ने कानपुर के व्यवसायी पीयूष जैन के यहां पकड़ी गई करोड़ों की काली नकदी के बहाने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जबरदस्त हमला बोला है।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में अपनी पूरी सियासी ताकत को झोंके हुए असदुद्दीन ओवैसी इस समय ऐसा कोई मौका नहीं छोड़ते हैं, जिसमें वो केंद्र की मोदी सरकार और सूबे की योगी सरकार को कटघरे में न खड़ा करते हों।

अभी कुछ दिनों पहले ही असदुद्दीन ओवैसी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ था। जिसमें वो यूपी पुलिस को धमकाते नजर आ रहे थे। वीडियो में ओवैसी किसी मंच से यूपी पुलिस को चेतावनी दे रहे हैं।
Asaduddin Owaisi ने मंच से पुलिस वालों को धमकी दी
Asaduddin Owaisi मंच से यूपी पुलिस को कह रहे हैं कि याद रखना मेरी बात, हमेशा योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री नहीं रहेगा और हमेशा नरेंद्र मोदी भी प्रधानमंत्री नहीं रहेगा। भारत के मुसलमान चुप जरूर हैं। मगर इतना याद रखो हम तुम्हारे जुल्म को कभी भूलने वाले नहीं हैं। हालात बदलेंगें, योगी मठ में जाएंगे, मोदी पहाड़ों में चले जाएंगे। तब तुम्हें कौन बचाने आएगा?
असदुद्दीन ओवैसी ने यूपी पुलिस के खिलाफ यह आपत्तिजनक बातें 12 दिसंबर को की। Asaduddin Owaisi ने यह बातें कानपुर के GIC ग्राउंड पर एक जनसभा में बोली थी। लेकिन ओवैसी का यह भड़काऊ भाषण 11 दिनों बाद वायरल हुआ था।

ताजा मामले में कानपुर में इत्र व्यवसायी पीयूष जैन के यहां पड़े इनकम टैक्स और जीएसटी की छापेमारी के मामले में केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए Asaduddin Owaisi ने कहा, ‘प्रधानमंत्री यह मानलें कि नोटबंदी पूरी तरह से विफल रहा है जिससे गरीब पिट गया, छोटे व्यापार बरबाद हो गए, हज़ारों की तादाद में लोगों की नौकरी चली गई लेकिन इस तरह के लोगों के पास आज भी नोट हैं और आगे भी रहेगा’।
मालूम हो कि कानपुर के व्यवसायी Piyush Jain के घर में पड़े आईटी छापे में कई सौ करोड़ रुपये नकद की बरामदगी हुई। इस छापेमारी के मामले में केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड(CBIC) के अध्यक्ष विवेक जौहरी ने बताया था कि छापेमारी में लगभग 150 करोड़ रुपये की अघोषित नकदी ज़ब्त की गई है।
नोटों की गिनती के लिए SBI की 6 मशीनें लगीं और नोटों को रखने के लिए कई बॉक्स लाए गए थे। IT के इस बड़े छापेमारी के बाद कथिततौर पर दावा किया जा रहा है कि इतनी भारी मात्रा में नकदी रखने वाले पीयूष जैन ने ही समाजवादी इत्र बनाया था, जिसका पिछले महीने समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने लखनऊ स्थित दफ्तर से लॉन्च किया था।
इस छापेमारी के बाद भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने ट्वीट किया था, “समाजवादियों का नारा है जनता का पैसा हमारा है। समाजवादी पार्टी के कार्यालय में समाजवादी इत्र लॉन्च करने वाले पीयूष जैन के यहाँ GST के छापे में बरामद 100+ करोड़ कौन से समाजवाद की काली कमाई है?”
वहीं भाजपा नेता संबित पात्रा ने ट्वीट का जवाब देते हुए सपा नेता मनीष जगन अग्रवाल ने ट्वीट किया, ”कानपुर में शिखर पान मसाला ग्रुप और इत्र कारोबारी पीयूष जैन के घर पड़े छापों और बरामद नकदी नोटबन्दी की विफलता की कहानी बयां कर रही है , भाजपा व मीडिया पीयूष जैन और शिखर पान मसाले को सपा से जबरन जोड़कर सपा को बदनाम कर रही , सपा एमएलसी पम्पी जैन से पीयूष जैन का कोई मतलब नहीं।”
वहीं बीते मंगलवार को प्रधानमंत्री Narendra Modi ने एक जनसभा में इस मुद्दे को लेकर अखिलेश यादव पर निशाना साधा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कानपुर में मेट्रो के उद्धघाटन के दौरान बोले, ”बीते दिनों जो बक्से भर-भर के नोट मिले हैं, उसका क्रेडिट लेने से क्रेडिटजीवी पीछे क्यों भाग रहे हैं? उसके बाद भी वो यही कहेंगे कि ये हमने किया है।”
पीएम मोदी ने कहा, ”…आप कानपुर वाले तो कारोबार और व्यापार को अच्छी तरह समझते हैं। 2017 से पहले भ्रष्टाचार का जो इत्र उन्होंने पूरे यूपी में छिड़का था वो फिर सबके सामने आ गया है लेकिन अब वो मुंह पर ताला लगाके बैठै हैं, क्रेडिट लेने के लिए आगे नहीं आ रहे हैं। नोटों का जो पहाड़ जो पूरे देश ने देखा वहींं उनकी उपलब्धि है, यही उनकी सच्चाई है।”
पीएम मोदी के हमले से पहले अखिलेश यादव ने उन्नाव में अपनी रथयात्रा शुरू करने से पहले भाजपा पर आरोप लगया था कि बीजेपी ने गलती से अपने ही व्यापारी के घर पर छापेमारी करवा दी। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि समाजवादी इत्र, सपा एमएलसी पुष्पराज जैन ने लांच किया था ना कि पीयूष जैन ने।
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