Rupee All Time Low: शेयर बाजार में उथल-पुथल और विदेशी फंड के बहिर्वाह के कारण रुपये गुरुवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 10 पैसे की गिरावट के साथ 77.72 (अनंतिम) के रिकॉर्ड निचले स्तर पर बंद हुआ। विदेशी मुद्रा बाजार में, रुपया ग्रीनबैक के मुकाबले 77.72 पर खुला, और अंत में अपने पिछले रिकॉर्ड को ध्वस्त करते हुए 10 पैसे नीचे 77.72 पर बंद हुआ। बता दें कि बुधवार को रुपया 18 पैसे की गिरावट के साथ 77.62 पर बंद हुआ था।
Rupee All Time Low: इस वजह से कमजोर हुआ रुपया
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के फॉरेक्स एंड बुलियन एनालिस्ट गौरांग सोमैया ने कहा कि फेडरल रिजर्व गवर्नर की टिप्पणी से संकेत मिलता है कि अगली बैठक में ब्याज दरों में वृद्धि जारी रह सकती है। एलकेपी सिक्योरिटीज के वाइस प्रेसिडेंट, रिसर्च एनालिस्ट जतिन त्रिवेदी ने कहा कि डॉलर इंडेक्स को 103.50 के करीब सपोर्ट मिला है और कैपिटल मार्केट में हाई लेवल की प्रॉफिट-बुकिंग देखी गई है, जिससे रुपया कमजोर हुआ है। अगर पिछली बढ़ोतरी के बाद ब्याज दरें कम नहीं होती हैं, तो केंद्रीय बैंक को “अधिक आक्रामक तरीके से आगे बढ़ने” पर विचार करना होगा।
Rupee All Time Low: महंगाई का जोखिम
गौरतलब है कि रुपये में गिरावट भारतीय रिजर्व बैंक के लिए दोधारी तलवार है। जहां एक कमजोर करेंसी निर्यात को बढ़ा सकती है वहीं यह महंगाई का जोखिम भी पैदा करती है। इसके अलावा केंद्रीय बैंक के लिए ब्याज दरों को लंबे समय तक कम बनाए रखना मुश्किल बना सकती है। हालांकि कुछ लोगों को उम्मीद है कि जून के अंत तक रुपया मजबूत होगा जबकि व्यापारियों और विश्लेषकों के सर्वेक्षण ने रुपये को 76.50 पर पहुंचने का अनुमान लगाया था। लगातार चौथे साल घाटा होने पर रुपये में इस साल लगभग 4% की गिरावट दर्ज की गई है।
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