वैज्ञानिक दुनिया हमेशा से ही इंसान के लिए वरदान साबित हुई है। आम इंसान की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए वैज्ञानिक हमेशा नए नए आविष्कार करके इंसान के काम को कम करने की कोशिश करते हैं। इस उद्देश्य से ही वैज्ञानिकों ने रोबोट तैयार किया था, जो पूरी तरह से लोगों के काम में हाथ बटाता हैं। विज्ञान का ये चमत्कार इंसान के काम आने तक तो ठीक था, लेकिन अब वैज्ञानिक रोबोट को चुनाव लड़ाने की भी तैयारी कर रहे हैं।

मेलबोर्न के वैज्ञानिकों ने विश्व के पहले ‘आर्टिफिशल इंटेलिजेंस’ से युक्त रोबोट नेता ‘सैम‘ का विकास कर लिया है। ‘सैम’ को न्यूजीलैंड के 49 वर्षीय निक गेरिसन ने तैयार किया है। उनका मानना है कि राजनीति में व्याप्त राजनेता दुनिया में लगातार बढ़ रहे प्रदूषण, आतंकवाद को नहीं रोक पा रहे हैं। ये दुनिया की सबसे गंभीर समस्याएं हैं, जिन पर रोकथाम लगाने के उद्देश्य से ही रोबोट नेता ‘सैम’ का निर्माण किया गया है।

2020 में लड़ सकता है चुनाव-

यह पहला रोबोट नेता शिक्षा, आवास जैसे मुद्दों पर गहन चिंतन करने के बाद उस समस्या का निवारण देने में भी मददगार साबित होगा। निक ने बताया-कि वर्ष 2020 के अंत में न्यूजीलैंड में आम चुनाव होंगे। जिसमे वह सैम’ को मैदान में एक उम्मीदवार की तरह उतारना चाहते हैं। निक को पूरी उम्मीद है कि तब तक सैम एक प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ने के लिए तैयार हो जायेगा। कानूनी तौर पर देखा जाए तो ये काम बहुत मुश्किल हैं और एक रोबोट को चुनाव लड़ने की अनुमती मिलना न के बराबर प्रतीत होता है। लेकिन यदि भविष्य में कानून की तरफ से मंजूरी मिलती है तो फिर वह चुनाव लड़ भी सकता है और जीत भी सकता है।

सैम ट्रेनिंग लेने में व्यस्त-

सैम फ़िलहाल पूरी तरह से तैयार नहीं है। इसे अभी ट्रेनिंग दी जा रही है इसे फेसबुक मैसेंजर के जरिए लोगों से बात करने का तरीका सिखाया जा रहा है। ‘टेक इन एशिया’ मैगजीन का मानना है कि ये रोबोट पूरी तरह से मददगार साबित नहीं हो सकता लेकिन यह विभिन्न देशों में बढ़ती सांस्कृतिक और राजनीतिक खाई को पाटने में कारगर साबित हो सकता है।

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