तालिबान (Taliban) से रिश्तों को लेकर भारत दुविधा की हालत में है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने इसीलिए एक रणनीतिक बैठक कर अफगानिस्तान (Afghanistan) के हालात पर तीन घंटे तक गंभीर मंथन किया। इस बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवाल, विदेशमंत्री एस जयशंकर के अलावा गृहमंत्री अमित शाह भी मौजूद थे। इससे पहले कतर के दोहा में भारतीय राजदूत ने तालिबानी प्रतिनिधि शेर बहादुर अब्बास स्टेनिकजइए से मुलाकात की थी। भारत ने इस वार्ता को सकारात्मक बताया था। लेकिन विशेषज्ञों के मुताबिक तालिबान और भारत के रिश्तों की राह बहुत आसान नहीं हैं और अफगानिस्तान से संबंध भारतीय कूटनीति की अग्निपरीक्षा साबित हो रही है।