JNU अक्सर विवादों के केंद्र में बना रहता है। जहां एक बार फिर JNU की कुलपति शांतिश्री धुलिपुड़ी के बयान ने एक नई बहस को जन्म दे दिया है। दरअसल, कुलपति शांतिश्री धुलिपुड़ी का कहना है कि हिंदू देवी देवता ऊंची जाति के नहीं हैं। उनका कहना है भगवान शिव SC/ST के हो सकते हैं। जिसके बाद उनके इस बयान पर विवाद खड़ा हो गया है।
मनुस्मृति के अनुसार सभी महिलाएं शूद्र हैं- JNU शांतिश्री धूलिपुडी
दरअसल, सोमवार को JNU की कुलपति शांतिश्री धूलिपुडी ने एक कार्यक्रम में अपने विचार रखते हुए कहा कि हिंदू धर्म केवल एक धर्म नहीं है बल्कि यह जीवन जीने का तरीका है। उन्होंने कहा कि मनुस्मृति में महिलाओं को शूद्रों का दर्जा दिया गया है। उन्होंने आगे कहा कि मैं सभी महिलाओं को बता दूं कि मनुस्मृति के अनुसार सभी महिलाएं शूद्र हैं, इसलिए कोई भी महिला यह दावा नहीं कर सकती कि वह ब्राह्मण या कुछ और हैं।

JNU की कुलपति की कहना है कि माता लक्ष्मी, शक्ति यहां तक कि भगवान जगन्नाथ भी मनुष्य जाति के विज्ञान के अनुसार उच्च जाति से नहीं आते हैं। भगवान जगन्नाथ वास्तव में आदिवासी मूल से हैं। उन्होंने सवाल खड़ा करते हुए कहा कि हम अभी भी इस भेदभाव को क्यों जारी रखे हुए हैं? उन्होंने आगे कहा कि हम बाबासाहेब के विचारों पर पुनर्विचार कर रहे हैं। हमारे यहां आधुनिक भारत का कोई नेता नहीं है जो इतना महान विचारक था।
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