Kumar Vishwas ने अपना दुख ट्विटर के माध्यम से लोगों के साथ साझा किया है। कवि कुमार विश्वास ने एक के बाद एक कई ट्वीट करके जनरल बिपिन रावत के प्रति अपनी श्रद्धांजलि दी है। देश के पहले CDS General Bipin Rawat की मौत से पूरा देश मर्माहत है। पूरे देश में शोक की लहर है। देश के विशिष्ठ और अति विशिष्ठ लोग जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत सहित कुल 13 सैन्य अधिकारियों की मौत पर शोक व्यक्त कर रहे हैं।
इसी क्रम में जानेमाने कवि Kumar Vishwas ने अपना दुख ट्विटर के माध्यम से लोगों के साथ साझा किया है। कवि कुमार विश्वास ने एक के बाद एक कई ट्वीट करके जनरल बिपिन रावत के प्रति अपनी श्रद्धांजलि दी है।
जनरल रावत के निधन की पुष्टी से पहले कुमार विश्वास ने अपने पहले ट्वीट में तमिलनाडु के कुन्नूर में सेना का एमआई-17v5 हेलिकॉप्टर क्रैश की दुर्घटना को लेकर कहा, ‘ईश्वर से प्रार्थना कीजिए कि हम न्यूनतम नुक़सान सहें। हमारे सीडीएस व अन्य जांबाज़ सैन्य अधिकारी सकुशल हों। किंतु ये समय पूरे देश के इकट्ठे व मज़बूत रहने का है। संकट अप्रत्याशित व चुनौतीपूर्ण है किंतु एक शक्तिशाली देश के तौर पर हम हर संकट से अपने आत्मबल और एकजुटता की शक्ति के सहारे उबरे हैं।’
इसके साथ ही कुमार विश्वास ने शोकमग्न जनता को आगाह करते हुए कहा, ‘एक दूसरे का हाथ मज़बूती से पकड़े रहिए, अफ़वाह व अभद्रता के सहारे राष्ट्रीय एकता व हितों को नुक़सान पहुंचाने वालों पर नज़र रखिए। जय हिन्द-जय हिंद की सेना।’
कुमार ने आगे कहा, ‘CDS श्री रावत के रूप में, देश ने एक महान योद्धा, अप्रतिम सेनापति, सुधारवादी नायक और एक दूरदर्शी सैनिक को खो दिया। अंतिम प्रणाम माँ भारती के बहादुर सपूत जनरल विपिन रावत और उनकी धर्मपत्नी जी को। इस उड़ान के सभी सहयात्रियों को सादर अंतिम प्रणाम। आप सबके परिवारों को ईश्वर शक्ति दे।’
जनरल रावत से संबंधित अपने आखिरी ट्वीट में कुमार विश्वास ने कहा, ‘नींद-भूख…ग़ायब है। इतने सारे परिवारों पर क़हर टूटा है। आख़री वक़्त तक अपने कर्तव्य-पथ पर अविचलित कर्मरत सैन्य सूरमाओं को हम ऐसे विदा करेंगे, सोचा नहीं था। शेर इतनी ख़ामोशी से दूसरी पार चला गया।ये तो कुछ ठीक नहीं हुआ मेरे ईश्वर’
गौरतलब है कि बुधवार सुबह तमिलनाडु के कुन्नूर मार्ग में सेना का एमआई-17v5 हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया। जिसमें सवार 14 में से 13 लोगों की मौत हो गई है। जानकारी के अनुसार शुक्रवार को दिल्ली में जनरल बिपिन रावत का अंतिम संस्कार सैन्य छावनी के बरार स्काव्यर पर किया जाएगा।
CDS General Bipin Rawat का जन्म उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल जिले में हुआ था। जनरल रावत की माताजी परमार वंश से थीं। इनके पूर्वज मायापुर से गढ़वाल के परसई गांव में आकर बस गए। रावत एक मिल्ट्री टाईटल है जो विभिन्न राजपूत शासकों को दिए गये थे।
इनके पिता लेफ्टिनेंट जनरल लक्ष्मण सिंह रावत (Lachu Singh Rawat alias Laxman Singh Rawat) सेना से लेफ्टिनेंट जनरल के पद से सेवानिवृत्त हुए। रावत ने ग्यारहवीं गोरखा राइफल की पांचवीं बटालियन से 1978 में अपने करियर की शुरुआत की थी।
संबंधित खबरें :
- क्या है Mi-17V-5 सैन्य हेलिकॉप्टर? जिसपर सवार थे CDS Bipin Rawat
- CDS बिपिन रावत का हेलिकॉप्टर क्रैश, घटना पर गुरुवार को संसद में राजनाथ सिंह देंगे बयान
- क्या होता है CDS का पद? जानें भूमिका और जिम्मेदारी
- CDS Bipin Rawat का हेलिकॉप्टर दुर्घटना में निधन, कुन्नूर के पास हुआ था हादसा
- CDS Bipin Rawat का निधन, कुन्नूर के पास MI-17 V5 हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया था, दुर्घटना में शामिल 14 में से 13 लोगों की हुई मौत