Taliban लड़ाकों ने पंजशीर घाटी (Panjshir Valley) पर कब्जा कर लिया है। सर्वशक्तिमान अल्लाह की कृपा से अब पूरा अफगानिस्तान (Afghanistan) हमारे नियंत्रण में आ गया है। पंजशीर अब हमारे अधीन है। ये बातें तालिबान के एक कमांडर के हवाले से कही गईं हैं। पंजशीर पर जीत की खबरें पाकिस्तानी मीडिया में भी घूम रही हैं।
हालांकि घाटी के नोताओं ने इस दावे का खंडन किया है। विद्रोहियों का नेतृत्व कर रहे अहमद मसूद (Ahmed Masood) ने कहा है कि यह झूठ है। इस बीच पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई (Ex President Hamid Karzai) ने एक बयान में तालिबान और पंजशीर में चल रहे लड़ाई को रोकने और बातचीत के माध्यम से मुद्दों को हल करने के लिए कहा है। घाटी में भारी लड़ाई जारी है और अब तक सैकड़ों लोग मारे जा चुके हैं।
वहीं तालिबान के सह-संस्थापक और प्रमुख मुल्ला अब्दुल गनी बरादर (Mullah Abdul Ghani Baradar) नई अफगान सरकार का नेतृत्व करेंगे। मुल्ला उमर के बेटे मुल्ला मोहम्मद याकूब और शेर मोहम्मद अब्बास सरकार में वरिष्ठ पदों पर होंगे। तालिबान के सर्वोच्च धार्मिक नेता हैबतुल्लाह अखुंदजादा धार्मिक मामलों और शासन को देखेंगे।
Taliban द्वारा Panjshir पर कब्जे के बाद Kabul में जश्न
Panjshir घाटी पर कब्जे की खबर फैलने के बाद शुक्रवार की रात पूरे Kabul में जश्न का माहौल देखा गया, तालिबानी लड़ाकों ने जश्न मनाते हुआ आसमान में फायरिंग की। वहीं पूर्व उपराष्ट्रपति अमरुल्ला सालेह (Ex Vice President Amarulla Saleh) ने कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं है कि हम मुश्किल स्थिति में हैं, लेकिन हमने अभी हार नहीं मानी है। हम अभी विरोध कर रहे हैं। सालेह ने कहा कि यह अफवाह फैलाया जा रहा है कि मैं घाटी छोड़ कर भाग गया हूं, लेकिन मैं घाटी में ही हूं और अपने नेताओं और कमांडरों के साथ आगे की स्थिति के लिए तैयारी और विचार विमर्श कर रहा हूं।
शुरुआती कुछ दिनों तक तालिबान और मसूद के बीच बातचीत का दौर चला, लेकिन कोई भी हल नहीं निकल सका, इसके बाद तालिबान ने पंजशीर पर कब्जा करने के लिए अपने लड़ाकों को भेजा था।
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