Mocha: तूफान मोचा के रविवार को पूर्वी तट से टकराने की खबरों के बीच 3 राज्यों में अलर्ट जारी किया गया।अगले तीन दिनों के देश के कई राज्यों में बारिश हो सकती है।मौसम विभाग क अनुसार बंगाल की खाड़ी से उठा तूफान मोचा जल्द ही आंध्र प्रदेश समेत 3 राज्यों में पहुंच सकता है। मौसम विभाग की ओर से जारी बुलेटिन में बताया गया है कि उत्तरी तटीय आंध्र प्रदेश, यनम और दक्षिण तटीय आंध्र प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर गरज के साथ बारिश होने की उम्मीद है।
कुछ जगहों पर बिजली भी गिर सकती है। रायलसीमा के अलग-अलग स्थानों पर 40-50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बिजली और तेज हवाओं के साथ तूफान आने की उम्मीद है। ”
Mocha: मछुआरे रहें सतर्क
Mocha:आईएमडी से मिले अपडेट के बाद ओडिशा के साथ ही पश्चिम बंगाल के सभी जिलों को अलर्ट मोड पर रखा गया है। राज्य में एसडीआरएफ और एनडीआरएफ को आपात स्थितियों के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए गए हैं।मछुआरों को भी सतर्क रहने के साथ ही एडवाइजरी भी जारी की गई है।
मौसम विभाग ने मछुआरों को सलाह जारी करते हुए कहा है कि 8 से 11 मई के दौरान समुद्र के अंदर न जाएं।जो लोग समुद्र के अंदर हैं, उन्हें लौटने को कहा गया है।
Mocha: ओडिशा में अलर्ट
Mocha: चक्रवात के बढ़ते रुख को ध्यान में रखते हुए मौसम विभाग ने ओडिशा में भी अलर्ट रहने को कहा है। राज्य के 18 जिलों में तूफान का असर पड़ने की संभावना है।लोगों को एहतियात बरतने को कहा गया है। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने तूफान को लेकर मौसम विभाग की भविष्यवाणी के बाद अधिकारियों से उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की और तैयारियों का जायजा लिया।
Mocha: किसने सुझाया मोचा तूफान?
Mocha: एक चक्रवाती परिसंचरण की स्थिति निचले और मध्य क्षोभमंडल स्तरों पर बंगाल की खाड़ी और दक्षिण-पूर्व में बनती दिख रही है। इसके प्रभाव से 8 मई तक उसी क्षेत्र में कम दबाव का क्षेत्र बनने का अनुमान है। चक्रवात का नाम ‘मोचा’ (मोखा) रखा जाएगा, जो यमन द्वारा सुझाया गया नाम है।
दरअसल साल के पहले चक्रवाती तूफान के नामकरण में अल्फाबेटिकल आर्डर में ‘यमन’ द्वारा किया जाना था।मोचा का नाम यमन ने अपने लाल सागर तट पर एक बंदरगाह शहर ‘मोचा’ के नाम पर इस चक्रवात के नाम का सुझाव दिया था।
Mocha: क्या होता है चक्रवात?
Mocha: चक्रवात’ (Cyclone) शब्द की उत्पत्ति एक ग्रीक शब्द से हुई है जिसका अर्थ है ‘सांप की कुंडली’. यह कम दबाव वाले क्षेत्र के आसपास वायुमंडलीय गड़बड़ी से बनता है जो आमतौर पर हिंसक तूफान और गंभीर मौसम की स्थिति के साथ होता है।
जानिए कैसे रखा जाता है नाम?
चक्रवातों के नाम दो तरह से दिए जाते हैं, पहले में विश्व के चक्रवातों के नाम और दूसरे में अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में उठे चक्रवातों के नाम।विश्व के चक्रवातों के नाम क्षेत्रीय विशिष्ट मौसम विज्ञान केंद्र (RSMCs) और उष्णकटिबंधीय चक्रवात चेतावनी केंद्र (TCWCs) उन चक्रवातों को नाम देते हैं।
जो दुनिया भर के किसी भी महासागरीय बेसिन में बनते हैं।आईएमडी भी विश्व के 6 RSMCs शामिल है।आईएमडी उत्तरी हिंद महासागर, जिसमें बंगाल की खाड़ी और शामिल है, में उत्त्पन्न चक्रावतों को नामकरण करता है।
गौरतलब है कि किसी चक्रवात को विशिष्ट नाम दिया जाता है। जब इसकी गति 34 समुद्री मील प्रति घंटे से अधिक हो। यदि तूफान की गति 74 मील प्रति घंटे तक पहुंच जाती है या उससे अधिक हो जाती है, तो इसे हरिकेन, साइक्लोन या टाइफून के रूप में वर्गीकृत किया जाता है।
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