UP News: उत्तर प्रदेश के कानपुर (Kanpur news) से एक हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है। यहां आयकर विभाग के एक कर्मचारी के परिवार ने उन्हें कोमा में मानकर लगभग 18 महीने तक उनके शव को घर पर रखा। बताया गया कि 2021 में उनकी मौत हो गई थी। हालांकि, इस मामले का खुलासा तब हुआ, जब पुलिस के साथ स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी शुक्रवार को कानपुर के रावतपुर इलाके में आयकर विभाग के कर्मचारी के घर पहुंचे।
UP News: पत्नी शव पर डालती थी गंगाजल
मिली जानकारी के अनुसार, शव की पहचान आयकर विभाग में कार्यरत विमलेश दीक्षित के रूप में हुई है। उनका पिछले साल अप्रैल में निधन हो गया था, लेकिन उनकी पत्नी का मानना था कि आयकर कर्मचारी कोमा में हैं और उनकी मौत नहीं हुई है। कानपुर पुलिस के आधिकारिक बयान में कहा गया है कि 22 अप्रैल, 2021 को अचानक कार्डियक रेस्पिरेटरी सिंड्रोम के कारण विमलेश की मौत हो गई। हालांकि, दंग कर देने वाली बात यह है कि उनकी पत्नी हर सुबह शव पर गंगाजल छिड़कती थी, यह सोचकर कि वह कोमा से बाहर आ जाएंगे।
डेढ़ साल से ऑफिस नहीं जा रहे थे विमलेश
मामले ने सबका ध्यान तब खींचा, जब शुक्रवार को राज्य के स्वास्थ्य विभाग की टीम उनके घर पहुंची। इस टीम का गठन मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने इस मामले को देखने के लिए किया था क्योंकि आई-टी विभाग ने नोट किया था कि विमलेश पिछले डेढ़ साल से ऑफिस नहीं आ रहे थे। वहीं, मोहल्ले में पुलिस को देख आसपास के लोग भी जुट गए। वे यह जानकर हैरान हो गए कि शव को 18 महीने से घर में रखा गया था।
घर में अक्सर जाता था ऑक्सीजन सिलेंडर
जब शुक्रवार को मजिस्ट्रेट और पुलिसकर्मियों के साथ स्वास्थ्य अधिकारी कानपुर के रावतपुर इलाके में दीक्षित के घर पहुंचे, तो उनके परिवार के सदस्यों ने जोर देकर कहा कि विमलेश जीवित हैं और कोमा में है। काफी मशक्कत के बाद आखिरकार परिवार ने टीम को शव को अस्पताल ले जाने की इजाजत दी, जहां बाद में मेडिकल जांच में उसे मृत घोषित कर दिया गया। पुलिस के मुताबिक शव पूरा काला हो चुका था।
परिवार ने पड़ोसियों को बताया था कि विमलेश कोमा में हैं। वहीं, पड़ोसियों ने पुलिस को बताया कि परिवार को अक्सर ऑक्सीजन सिलेंडर घर ले जाते देखा गया था। स्वास्थ्य टीम को विमलेश की पत्नी मानसिक रूप से अस्थिर नजर आई। पुलिस आगे की जांच में जुट गई है।
यह भी पढ़ेंः