Sachin Pilot: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ कांग्रेस विधायक सचिन पायलट अब धरना देने जा रहे हैं। उन्होंने रविवार को कहा कि वह राज्य में ‘भ्रष्टाचार’ के खिलाफ 11 अप्रैल को एक दिन की भूख हड़ताल करेंगे। पायलट ने कहा, “मैं एक दिन की भूख हड़ताल करूंगा कि राज्य में भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए ताकि जनता को यह न लगे कि हम कोई काम नहीं कर रहे हैं या हमारे पास कोई काम नहीं है। हमारे किसी भी वादे को पूरा नहीं किया गया।”
पायलट ने क्या कहा, “मुझे लगता है कि हमें बात करनी चाहिए और मैंने लगभग डेढ़ साल पहले गहलोत जी को लिखा था कि यह उन आरोपों की जांच करने का समय है जो हमने भाजपा सरकार पर लगाए हैं। कांग्रेस को लोगों को दिखाना चाहिए कि हमारे शब्दों और कार्रवाई के बीच कोई अंतर नहीं है।” बता दें कि जब पायलट 2013 और 2018 से राज्य के पार्टी प्रमुख थे और कांग्रेस विपक्ष में थी, तब पायलट ने राजे की सरकार के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे। प्रेस कांफ्रेंस के दौरान उन्होंने कहा कि उन्होंने पहले पिछले साल 28 मार्च को और फिर 2 नवंबर को पत्र लिखा लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।

क्रिया बनाम शब्द?
जबकि केंद्र कांग्रेस नेतृत्व को निशाना बनाने के लिए ईडी, सीबीआई का दुरुपयोग कर रहा है, राजस्थान सरकार अपनी एजेंसियों का उपयोग भी नहीं कर रही है, पायलट ने कहा कि वह चाहते हैं कि यह सार्वजनिक डोमेन में आए। उन्होंने कहा, “जनता और कांग्रेस नेताओं को यह नहीं सोचना चाहिए कि हमारी कथनी और करनी में अंतर है।” बताते चले कि यह पहली बार नहीं है कि पायलट ने गहलोत पर हमला किया है। इसी साल जनवरी में उन्होंने सवाल किया था कि राजस्थान की कांग्रेस सरकार ने भ्रष्टाचार में लिप्त भाजपा नेताओं के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की।
अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच सियासी जंग
राजस्थान कांग्रेस में अंतर्कलह जारी है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच सियासी जंग और बयानबाजी कई बार सामने आती रहती है। साथ ही कांग्रेस के अन्य विधायकों और मंत्रियों के बीच भी टिका टिप्पणी के किस्से देखे जाते रहे हैं। राज्य में इस साल विधानसभा चुनाव भी होने हैं। भाजपा का मुकाबला करने के लिए सबसे जरूरी है कि पार्टी के भीतर अंतर्कलह को किसी भी तरह शांत किया जाए। चुनाव से ठीक पहले पायलट का अपनी ही सरकार के खिलाफ भूख हड़ताल पर बैठना, कांग्रेस के लिए किसी ‘महाभारत’ से कम नहीं है।
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