Maharashtra Politics: उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले शिवसेना धड़े ने अपने चुनाव चिन्ह के लिए चुनाव आयोग को तीन विकल्प सौंपे हैं। जिसमें त्रिशूल, उगता सूरज और मशाल शामिल हैं। चुनाव आयोग ने शनिवार को पूर्व मुख्यमंत्री ठाकरे और महाराष्ट्र के वर्तमान सीएम एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले शिवसेना गुटों को 3 नवंबर को अंधेरी पूर्व विधानसभा उपचुनाव में पार्टी के नाम और उसके चुनाव चिन्ह ‘धनुष और बाण’ का इस्तेमाल करने से रोक दिया।
उद्धव ठाकरे ने रविवार को कहा कि चुनाव आयोग को शिवसेना बालासाहेब ठाकरे, शिवसेना बालासाहेब प्रबोधनकर ठाकरे और शिवसेना उद्धव बालासाहेब ठाकरे के तीन नाम सौंपे गए हैं। इसके अलावा उन्होंने कहा कि उन्होंने चुनाव आयोग को पार्टी के लिए तीन चुनाव चिन्ह दिए हैं। उद्धव ठाकरे ने यह भी कहा कि चुनाव आयोग को जल्द से जल्द फैसला देना चाहिए।
Maharashtra Politics: चुनाव आयोग ने दोनों गुटों से मांगे थे सुझाव
चुनाव आयोग ने टीम ठाकरे और टीम शिंदे को सोमवार तक तीन अलग-अलग नाम विकल्प और चिन्ह का सुझाव देने के लिए कहा। ठाकरे गुट के एक सूत्र ने कहा, “शिवसेना ने चुनाव आयोग के सामने तीन विकल्प पेश किए हैं – एक त्रिशूल, एक जलती हुई मशाल जिसे उगता सूरज कहा जाता है, जिसे मराठी और हिंदी भाषाओं में मशाल भी कहा जाता है।” सूत्रों ने बताया कि ठाकरे खेमे ने चुनाव में अपने आधिकारिक नाम के लिए कुछ विकल्प भी दिए हैं।

रमेश लटके के निधन के बाद हो रहा है उपचुनाव
बता दें कि इस साल जून में शिवसेना के विभाजन के बाद, प्रतिद्वंद्वी गुटों ने चुनाव आयोग से संपर्क किया, दोनों दलों ने ‘असली शिवसेना’ होने का दावा किया है। अंधेरी पूर्व विधानसभा सीट पर उपचुनाव शिवसेना विधायक रमेश लटके के निधन के बाद होने जा रहा है।
कांग्रेस और राकांपा ने शिवसेना के ठाकरे गुट के उम्मीदवार रमेश लटके की पत्नी रुजुता लटके को समर्थन देने का फैसला किया है, जो महाराष्ट्र विकास अघाडी में उनके गठबंधन सहयोगी हैं। शिंदे गुट की सहयोगी भारतीय जनता पार्टी ने मुंबई नगर निगम में पार्षद मुर्जी पटेल को मैदान में उतारने का फैसला किया है।
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