एक चौंकाने वाली घटना में छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के पूर्व मंत्री और BJP नेता Rajinder Pal Singh Bhatia का शव रविवार को उनके घर पर पंखे से लटका मिला। उनका घर राजनांदगांव (Rajnandgaon) जिले में है और आशंका जताई जा रही थी कि यह आत्महत्या का मामला है।
ताजा रिपोर्ट के मुताबिक राजनांदगांव की Additional SP प्रज्ञा मेश्राम (Pragya Meshram) ने इस बात की पुष्टि की है कि पूर्व राज्य मंत्री राजिंदर पाल सिंह भाटिया ने फांसी लगाकर आत्महत्या की है। उन्होंने बताया कि उनकी जेब से एक सुसाइड नोट भी मिला है। नोट में उन्होंने लिखा है कि स्वास्थ्य खराब होने की वजह से वह आत्महत्या कर रहे हैं।
काफी दिनों से स्वास्थ्य ठीक नहीं था
राजिंदर पाल 72 साल के थे और उनकी तबीयत खराब थी। रिपोर्ट के अनुसार, वो इस साल मार्च में भी कोरोनावायरस से Positive भी हुए थे और तब से उनके स्वास्थ्य की स्थिति बिगड़ रही थी। कुछ साल पहले उनकी पत्नी का निधन हो गया था। उनके परिवार में सिर्फ अब उनका एक बेटा है और वो रायपुर के एक निजी अस्पताल में काम करता है।
तीन बार विधायक चुने गए
रजिंदरपाल सिंह भाटिया राजनांदगांव (Rajnandgaon) जिले की खुज्जी विधानसभा सीट से तीन बार विधायक रहे। मुख्यमंत्री रमन सिंह के पहले कार्यकाल में रजिंदरपाल सिंह भाटिया को मंत्री पद दिया गया था। बाद में उन्हें मंत्री पद से हटाया गया और सीएसआईडीसी के चेयरमैन बना दिया गया था। 2013 के छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में टिकट नहीं मिलने से उन्होंने अपनी ही पार्टी के खिलाफ ही र्मोचा खोल दिया था और उन्होंने एक निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ा था और बाद में वो बीजेपी में वापस आ गए थे।