Delhi Vidhansabha: दिल्ली विधानसभा में आयोजित विशेष सत्र के दूसरे दिन गुरुवार को जमकर हंगामा हुआ। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने भाजपा को घेरा। उन्होंने कहा बीजेपी विधायक कह रहे हैं कि मणिपुर उनके निए मायने नहीं रखता है और विधानसभा छोड़कर चले गए। पीएम मोदी का संदेश है कि मणिपुर से उनका कोई लेना देना ही नहीं है। मणिपुर की घटना पर प्रधानमंत्री चुप हैं।मणिपुर में शांति के लिए अपील तक जारी नहीं कर रहे।
केजरीवाल ने कहा कि मणिपुर में 4 हजार घर जलाए गए, 60 हजार लोग बेघर हुए, डेढ़ सौ से ज्यादा लोगों की मौत हुई। करीब साढ़े 300 धार्मिक स्थल जलाए गए।
दुनियाभर में भारत की थू-थू हुई, लेकिन भारत के प्रधानमंत्री चुप रहे। उन्होंने कहा कि जब एक वीडियो वायरल हुआ, महिलाओं के साथ अत्याचार हुआ तब भी प्रधानमंत्री चुप रहे।शांति की अपील तक नहीं की।
इस दौरान मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि भाजपा के लोग पानी पी-पी कर जवाहरलाल नेहरू को गाली देते हैं। कम से कम जवाहरलाल नेहरू ने आंखों में आंखें डालकर चीन से युद्ध तो तो किया था। देश के लोगों से पूछना चाहता हूं कि आपको बिजनेस करने वाला प्रधानमंत्री चाहिए या देश का सम्मान करने वाला प्रधानमंत्री चाहिए।
Delhi Vidhansabha: महिला पहलवानों का जिक्र
Delhi Vidhansabha: इस दौरान सीएम केजरीवाल ने जंतर-मंतर पर धरने पर बैठीं महिला पहलवानों का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि महिला पहलवानों को पीएम मोदी से आश्वासन की उम्मीद थी।उम्र के लिहाज से भी पीएम उनके पिता के समान हैं। अगर बाप मुंह मोड़ ले, तो बेटियां कहां जाएंगी?
Delhi Vidhansabha:चीन दिखा रहा आंखें
सीएम अरविंद केजरीवाल ने चीन का मुद्दा उठाते हुए कहा कि चीन हमें आंख दिखा रहा है, ललकार रहा है, लेकिन पीएम चुप हैं।पीएम महाबलेश्वर में चीनी प्रधानमंत्री का पकड़कर उनके साथ चल रहे थे।
विधानसभा में अडानी का मुद्दा उठाते हुए कहा कि प्रधानमंत्री को कम से कम हिंडनबर्ग रिपोर्ट पर एक ट्वीट करना चाहिए था।अब तो लोग अटकलें लगा रहे हैं कि मोदी अडानी मुद्दे पर चुप क्यों हैं लोगों का पैसा डूब गया लेकिन प्रधानमंत्री चुप रहे।
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