पुणे यूनिवर्सिटी उन लोगों को सिर्फ गोल्ड मेडल देने के पक्ष में नजर आ रही है जो शाकाहारी हैं और शराब नहीं पीते हैं।

पुणे की सावित्रीबाई फूले पुणे यूनिवर्सिटी (SPPU) ने हाल ही में साल 2016-17 के लिए गैर-विज्ञान संकाय के पोस्ट ग्रेजुएट्स छात्रों से मेडल के लिए एप्लीकेशंस मांगी थी।  जिसमें यूनिवर्सिटी की ओर से कहा गया है कि वहीं छात्र मेडल के लिए अप्लाई कर रहे हैं जो शाकाहारी हों और शराब न पीते हों। यूनिवर्सिटी के इस फरमान रूपी आदेश के बाद एक विवाद खड़ा हो गया है।

हालांकि विवाद के बाद एसपीपीयू की ओर से एक बयान जारी किया गया जिसमें कहा गया है कि ‘हम हम शाकाहारी और मांसाहारी में कोई अंतर नहीं करते हैं। यूनिवर्सिटी इस बात पर कोई नजरिया नहीं रखती है कि किसी को क्या खाना चाहिए और क्या नहीं? जहां तक मेडल शाकाहारी और शराब न पीने वाले लोगो को देने की बात है, इस पर मेडल देने वाले स्पॉन्सर्स के साथ बात करके कोई फैसला लिया जाएगा।

बता दें कि योग गुरु योग महर्षि रामचंद्र गोपाल शेलार उर्फ शेलार मामा के नाम पर इस यूनिवर्सिटी की शुरुआत हुई थी। यूनिवर्सिटी की ओर से साल 2006 से गोल्ड मेडल दिया जा रहा है।

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