Chhattisgarh के दक्षिण बस्तर प्रभाग के Dantewada जिले में नक्सल उन्मूलन अभियान के तहत एक माओवादी ने पुलिस के सामने सरेंडर किया है। दंतेवाड़ा के पुलिस अधीक्षक डॉक्टर अभिषेक पल्लव के प्रयास के एक नक्सली ने हथियार डाल दिया और समाज की मुख्य धारा में वापस लौट आया है।
दंतेवाड़ा के पुलिस अधीक्षक डॉक्टर अभिषेक पल्वल के मार्गदर्शन में चलाए जा रहे है नक्सल उन्मूलन अभियान ‘लोन वर्रा टू’ के तहत दंतेवाड़ा के कई गावों में, जो व्यक्ति मुख्य धारा से कटकर प्रतिबंधित नक्सली संगठनों से जुड़ गये हैं और उनके लिए काम कर रहे हैं।
भटके हुए नक्सलियों को राह पर लाने के लिए ‘लोन वर्रा टू’ अभियान चल रहा है
गलत राह पर निकल पड़े ऐसे लोगों को समाज के साथ फिर से जोड़ने के लिए और आत्मसमर्पण के बाद उनके सम्मानपूर्वक जीवन यापन के लिए इस अभियान के तहत काम किया जा रहा है। इसके लिए थानों कैंपों एवं ग्राम पंचायतों में संबंधित क्षेत्र के सक्रिय नक्सलियों के नाम सार्वजनिक तौर पर चस्पा करके ‘लोन वर्रा टू’ के तहत घर वापसी अभियान चलाया जा रहा है।
इसके लिए पुलिस अधीक्षक डॉ अभिषेक पल्लव लगातार नक्सली संगठन में सक्रिय माओवादियों से आत्मसमर्पण करके सम्मानपूर्वक जीवन यापन के लिए अपील कर रहे हैं।
माओवादी मुन्नू तांबो ने एसपी डॉ अभिषेक पल्लव के सामने समर्पण किया
पुलिस अधीक्षक की इस प्रयास से प्रभावित होकर इंद्रावती एरिया कमेटी के अंतर्गत हंदवाड़ा जनता सरकार (नक्सलियों का समानांतर प्रशासन) उपाध्यक्ष मुन्नू तांबो ने नक्सलियों की खोखली विचारधारा से तंग आकर छत्तीसगढ़ शासन के पुनर्वास योजना से प्रभावित होकर समाज की मुख्यधारा में जुड़कर विकास कार्यों में सहयोग करने की इच्छा व्यक्त करते हुए पुलिस अधीक्षक दंतेवाड़ा डॉ अभिषेक पल्लव व डीआईजी सीआरपीएफ विनय कुमार सिंह के सामने आत्मसमर्पण कर दिया।
जानकारी के मुताबिक अब तक कुल ‘लोन वर्रा टू’ अभियान के तहत 117 इनामी माओवादियों सहित 457 माओवादियों ने आत्मसमर्पण करके समाज की मुख्यधारा में शामिल हो चुके हैं।
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