MP News: हिंदी दिवस (Hindi Diwas) के मौके पर चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग (Vishwas Sarang) ने मेडिकल (Medical) की पढ़ाई हिंदी (Hindi) में करने की बात कही है। सारंग ने कहा कि मध्य प्रदेश में मेडिकल की पढ़ाई अंग्रेजी के साथ-साथ अब हिंदी में भी शुरू की जाएगी। जल्द ही एक कमेटी का गठन किया जाएगा जो एक फार्मेट तैयार करेगी। कमेटी के सुझाव के आधार पर ही पूरा पाठ्यक्रम हिंदी में तैयार किया जाएगा। सारंग ने कहा कि भाषा चयन का विकल्प छात्र के पास रहेगा कि वह कौन सी भाषा में अपनी पढ़ाई करना चाहता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर की जा तैयारी
चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि अपनी मातृभाषा में पढ़ाई की सुविधा से गरीब, ग्रामीण और आदिवासी क्षेत्र के विद्यार्थियों का आत्मविश्वास बढ़ेगा। इसी सोच के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (New National Education Policy) में इंजीनियरिंग और मेडिकल की पढ़ाई अपनी मातृभाषा में करने के प्रावधान किए हैं।
सारंग ने कहा कि चिकित्सा शिक्षा की पढ़ाई राष्ट्र भाषा और हम सबकी मातृभाषा हिंदी में भी हो इसके लिए जल्दी ही एक कमेटी गठित की जाएगी। यह कमेटी एक फार्मेट तैयार करेगी। इस फार्मेट में चिकित्सा शिक्षा का हिंदी में पाठ्यक्रम तैयार करने के साथ-साथ पाठ्यक्रम से जुड़े कई पहलुओं पर भी विचार किया जाएगा। कमेटी यह भी देखेगी की इससे कोई दूसरी व्यवहारिक परेशानी तो खड़ी नहीं हो रही है। उन्होंने कहा कि अंग्रेजी भाषा में पढ़ाई पहले जैसी चलती रहेगी। सारंग ने कहा कि कमेटी की रिपोर्ट आते ही प्रदेश के सभी चिकित्सा महाविद्यालयों में अंग्रेजी के साथ-साथ हिंदी में भी पढ़ाई शुरू हो जाएगी।