Sheena Bora Murder Case: शीना बोरा हत्याकांड की मुख्य आरोपी, पूर्व मीडिया कार्यकारी इंद्राणी मुखर्जी शुक्रवार को भायखला जेल से रिहा हो गई है। बीते दिनों सीबीआई अदालत ने उन्हें 2 लाख रुपये के नकद मुचलके पर रिहा करने की अनुमति दी थी। अप्रैल 2012 में अपनी बेटी शीना (24) की कथित तौर पर हत्या के आरोप में गिरफ्तार होने के छह साल से अधिक समय बाद, सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को मुखर्जी को जमानत दे दी और निचली अदालत को जमानत की शर्तों को अंतिम रूप देने का निर्देश दिया।
इंद्राणी पर आरोप है कि उसने अपनी बेटी शीना (24) की अप्रैल 2012 में अपने तत्कालीन ड्राइवर श्यामवर राय और पूर्व पति संजीव खन्ना की मदद से हत्या कर दी थी। शीर्ष अदालत ने उन्हें जमानत देते हुए कहा कि मुखर्जी लंबे समय से जेल में हैं और मुकदमा जल्द खत्म होने की संभावना नहीं है।
Sheena Bora Murder Case: 2015 में सामने आया था मामला
जांचकर्ताओं की माने तो शीना बोरा को अप्रैल 2012 में किसी समय मार दिया गया था, लेकिन अपराध तीन साल बाद 21 अगस्त, 2015 को अवैध रूप से हथियार रखने के आरोप में इंद्राणी के पूर्व ड्राइवर श्यामवर राय की गिरफ्तारी के बाद सामने आया। पूछताछ के दौरान राय ने पुलिस को बताया कि वह अप्रैल 2012 में हुई एक हत्या के बारे में जानता था। उसने बताया कि पूर्व मीडिया कार्यकारी पीटर मुखर्जी की पत्नी इंद्राणी मुखर्जी ने अपनी बेटी शीना की कार में उसकी मदद से गला घोंट दिया था।
चार दिन बाद पुलिस ने इंद्राणी को गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने उनके पूर्व पति खन्ना को भी गिरफ्तार कर लिया। इंद्राणी ने कहा कि उन्हें मामले में झूठा फंसाया जा रहा है। मुंबई पुलिस ने दावा किया कि बोराको इंद्राणी और खन्ना ने एक कार में मार दिया था, जिसे राय चला रहे थे, और शव को अगले दिन पड़ोसी रायगढ़ जिले के एक जंगल में दफना दिया था।
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