Year Ender 2022: साल 2022 अब कुछ ही दिनों में हमेशा के लिए अलविदा कहने वाला है। वहीं, इसके जाते ही नए साल यानी 2023 का आगाज होने वाला है। एक तरह से कह सकते हैं कि नए साल के दस्तक देने में गिनती के ही दिन बचे हैं। साल 2022 हमारे लिए कई तरह से खास रहा। इसमें देश ने कई बड़ी उपलब्धियां हासिल की है। लेकिन यह साल हमारे लिए कुछ ऐसी यादें छोड़ कर जा रहा है, जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकता है। 2022 में हमने देश की कई बड़ी हस्तियों को हमेशा के लिए खो दिया है, जिन्हें हम कभी भी वापस नहीं ला सकते हैं। बस उनकी यादें हमारे बीच रहेंगी। आइए जानते हैं देश की उन बड़ी हस्तियों को, जो साल 2022 में दुनिया को अलविदा कहकर सदा के लिए चली गईं। इन हस्तियों में सिनेमा/मनोरंजन, राजनीति, उद्योग, अध्यात्म समेत अन्य क्षेत्रों के दिग्गज लोग हैं।
Year Ender 2022: देश की इन बड़ी हस्तियों ने 2022 में दुनिया को कहा अलविदा
- बिरजू महाराज- पंडित बिरजू महाराज का जन्म 4 फरवरी 1938 को उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में हुआ था। वे प्रसिद्ध कथक कलाकार और शास्त्रीय संगीत के गायक थे। वे लखनऊ घराने से ताल्लुक रखते थे। उनका निधन 83 साल की उम्र में साल के शुरुआत में दिल का दौरा पड़ने से 17 जनवरी 2022 को दिल्ली में हुआ था। पं. बिरजू महाराज का असली नाम बृजमोहन नाथ मिश्र था। इन्हें कई प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित भी किया गया था, जिनमें पद्म विभूषण, कालीदास सम्मान, संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार समेत कई अवॉर्ड शामिल हैं। इनके कथक नृत्य को विश्व पहचान प्राप्त है।
- लता मंगेशकर- स्वर कोकिला लता मंगेशकर का जन्म 28 सितंबर 1929 को मध्य प्रदेश के इंदौर में हुआ था। लता मंगेशकर की आवाज ही उनकी पहचान थी। उनके द्वारा गाए गए गीत को लोग आज भी गुनगुनाते रहते हैं। भारत रत्न से सम्मानित लता मंगेशकर का 92 साल की उम्र में 6 फरवरी 2022 को मुंबई के एक अस्पताल में निधन हो गया था। अपनी सुरीली आवाज से देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी लता मंगेशकर की अपनी एक अलग पहचान है। उन्होंने अपने इन गीतों से लोगों के दिलों पर राज किया है। लता मंगेशकर को लोग लता दीदी के नाम से भी पुकारते रहे हैं। लता दीदी ने लगभग सात दशकों तक सिनेमा की दुनिया में गीत गाया है। उन्होंने फिल्मों में अपना पहला गीत मराठी फिल्म किली हसाल (कितना हंसोगे) के लिए साल 1942 में गाया था। लता दीदी ने हिन्दी, मराठी समेत देश के कई भाषाओं में 30 हजार से अधिक गाने गाए। इन्हें पद्म भूषण, पद्म विभूषण, देश का सर्वोच्य पुरस्कार भारत रत्न, फिल्मी जगत का सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार दादा साहेब फाल्के पुरस्कार समेत कई पुरस्कारों से सम्मानित भी किया गया। इनके नाम पर मध्य प्रदेश सरकार ने लोगों को पुरस्कार देना भी शुरू किया। वहीं, इनके निधन पर देश में दो दिनों का राष्ट्रीय शोक घोषित किया गया था, जिसमें तिरंगा को आधा झुकाय गया था।
- राहुल बजाज- राहुल बजाज का जन्म 10 जून 1938 को कोलकाता, पश्चिम बंगाल में हुआ था। ये देश के बड़े उद्योगपतियों में से एक थे। इनका निधन 83 साल की उम्र में 12 फरवरी 2022 को महाराष्ट्र के पुणे में हुआ। वे लंबे समय से कैंसर से पीड़ित थे और अस्पताल में भर्ती थे। राहुल बजाज लगभग 5 दशक तक बजाज ग्रुप के चेयरमैन रहे। ये साल 2006-10 तक राज्यसभा के सदस्य भी रहे। बता दें कि बजाज ऑटो द्वारा लॉन्च किए गए बजाज चेतक और प्रिया स्कूटर लोगों के द्वारा बहुत पसंद किया गया था। राहुल बजाज को पद्म भूषण से सम्मानित किया जा चुका है।
- बप्पी लहरी- बप्पी लहरी का जन्म 7 नवंबर 1952 को जलपाईगुड़ी, पश्चिम बंगाल में हुआ था। वे बॉलीवुड के फेमस गायक और संगीतकार थे। इनका निधन 15 फरवरी 2022 को मुंबई के एक अस्पाताल में 69 साल की उम्र में हो गया। बताया गया कि ये ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया बीमारी से ग्रसित थे, यह बीमारी नींद से संबंधित श्वास विकार है। बप्पी दा को हिन्दी सिनेमा में डिस्को संगीत को बढ़ावा देने के लिए भी पहचाना जाता है। इनका मूल नाम अलोकेश लहरी था। 1970-80 के दशक में चलते-चलते, डिस्को डांसर और शराबी जैसी कई फिल्मों में इन्हें लोकप्रिय गाने देने के लिए भी जाना जाता है। बप्पी दा सोने के भारी-भारी चेन और अंगूठियां पहनने के भी शौकीन थे। इन्हें जब भी कोई देखता था तो ये इतने सारे सोने के जेवरात पहने दिखते थे। एक तरह से ये सोने के गहने उनकी पहचान भी बन गए थे।
- रमाकांत शुक्ल- रमाकांत शुक्ल संस्कृत और हिन्दी के विख्यात विद्वान थे। इनका जन्म 25 दिसंबर 1940 को यूपी के खुर्जा में हुआ था। ये एक बड़े लेखक भी थे। संस्कृत और हिन्दी के इस महान विद्वान का निधन 81 वर्ष की उम्र में यूपी के अलीगढ़ में 11 मई 2022 को हो गया। इन्हें साहित्य और शिक्षा के लिए साल 2013 में पद्म श्री से सम्मानित किया गया। इसके अलावा साल 2009 में संस्कृत श्रेणी के तहत राष्ट्रपति पुरस्कार और साल 2018 में साहित्य अकादमी पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया। संस्कृत श्रेणी के तहत इन्हें कविता ‘मामा जननी’ के लिए सम्मानित किया गया।
- सिद्धू मूसेवाला- सिद्धू मूसेवाला का पूरा नाम शुभदीप सिंह सिद्धू था। इनका जन्म 11 जून 1993 को मनसा, पंजाब में हुआ था। ये पंजाब के बड़े गायकों में से एक थे। इसके साथ ही ये एक रैपर और अभिनेता भी थे। इन्होंने निंजा द्वारा लाइसेंस गीत से अपनी गायकी की करियर की शुरुआत की थी। पंजाब के मनसा में मात्र 28 साल की उम्र में 29 मई 2022 को सिद्धू मूसेवाला की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। मूसेवाला ने ‘सोई हाई’ से काफी प्रसिद्धी पाई। भारत के अलावा विदेशों में भी सिद्धू मूसेवाला काफी फेमस थे और समय-समय पर कई देशों में जाकर अपनी प्रस्तुति देते थे।
- केके- केके बॉलीवुड के मशहूर सिंगरों में से एक थे। इनका पूरा नाम कृष्ण कुमार कुन्नथ था। केके का जन्म 23 अगस्त 1968 को दिल्ली में हुआ था। केके ने हिन्दी, मलयालम, तेलुगु, कन्नड़ और तमिल समेत कई भाषाओं में गाने गाए। 31 मई 2022 को कोलकाता में एक म्यूजिक प्रोग्राम के दौरान इनकी तबीयत बिगड़ी और 53 साल की उम्र में केके का निधन हो गया। केके ने अपनी करियर की शुरुआत विज्ञापन के जिंगल को गाकर की थी। केके ने गैंगस्टर फिल्म के लिए तू ही मेरी शब है, हम दिल दे चुके सनम के लिए तड़प-तड़प के इस दिल से, बचना ऐ हसीनों फिल्म के लिए खुदा जाने और वो लम्हे के लिए क्या मुझे प्यार है… जैसे कई सुपरहिट गाने गाए।
- राकेश झुनझुनवाला- राकेश झुनझुनवाला देश के जानेमाने दिग्गज शेयर बाजार निवेशक थे। इनका जन्म 5 जुलाई 1960 को हैदराबाद में हुआ था। ये पेशे से सीए यानी चार्टर्ड एकाउन्टैंन्ट थे। इनकी कंपनी का नाम रेअर इंटरप्राइजेज है, जिसका पोर्टफोलियो प्रबंधन राकेश खुद करते थे। भारत के इस दिग्गज शेयर बाजार निवेशक का निधन 62 साल की आयु में 14 अगस्त 2022 को मुंबई में हो गया था। राकेश झुनझुनवाला को अक्सर ‘भारत के वॉरेन बफेट’ और भारतीय बाजारों के ‘बिग बुल’ के रूप में जाना जाता था। राकेश ने साल 1985 में 5 हजार रुपये की पूंजी के साथ निवेश करना शुरू किया था। वे दुनिया के 438वें सबसे अमीर व्यक्ति थे और उनके पास कुल 3.8 बिलियन डॉलर की संपत्ति रही है। राकेश झुनझुनवाला ने हाल ही में अकासा के नाम से एक एयरलाइंस कंपनी भी खोली थी।
- साइरस मिस्त्री- साइरस मिस्त्री भारत के दिग्गज व्यापारियों में से एक थे। इनका जन्म 4 जुलाई 1968 को मुंबई में हुआ था। साइरस मिस्त्री की एक और पहचान है कि ये भारतीय मूल के आइरिश व्यवसायी थे। 4 सितंबर 2022 को साइरस मिस्त्री की मृत्यु मात्र 54 साल की उम्र में एक कार दुर्घटना में हो गई। तब ये अहमदाबाद से मुंबई कार से जा रहे थे और इनकी कार महाराष्ट्र के पालघर जिले में दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। कार में इनके साथ दो-तीन लोग और भी थे। साइरस मिस्त्री ने रतन टाटा के द्वारा रिटायरमेंट की घोषणा के बाद दिसंबर 2012 में टाटा सन्स के चेयरमैन के रूप में पदभार संभाला था। मिस्त्री टाटा सन्स के छठे चेयरमैन थे और बताया जाता है कि इन्हें अक्टूबर 2016 में इस पद से हटा दिया गया था। साइरस मिस्त्री अपने पिता पलोमजी मिस्त्री के बाद साल 2006 में टाटा सन्स के बोर्ड में शामिल हुए थे।
- स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती- स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती हिन्दुओं के सबसे बड़े धर्मगुरु थे। इनका जन्म 2 सितंबर 1924 को सिवनी, मध्य प्रदेश में हुआ था। स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती द्वारका और शारदा पीठ के शंकराचार्य थे। इनका निधन 98 साल की उम्र में 11 सितंबर 2022 को झोटेश्वर, मध्य प्रदेश में परमहंसी गंगा आश्रम में हुआ था। इनके निधन के बाद इन्हे भू समाधि दी गई। नौ वर्ष की उम्र में इन्होंने घर छोड़कर धार्मिक यात्राएं शुरू की थी। स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती स्वतंत्रता सेनानी और रामसेतु रक्षक भी थे। ये आजादी की लड़ाई के दौरान दो बार जेल भी गए। साल 1981 में इन्हें शंकराचार्य की उपाधि मिली थी।
- राजू श्रीवास्तव- अपनी कॉमेडी से देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया को हंसाने के लिए राजू श्रीवास्तव जाने जाते रहे हैं। इनका जन्म 25 दिसंबर 1963 को यूपी के कानपुर में हुआ था। ये देश के प्रसिद्ध हास्य कलाकार थे। ये कई नेताओं और अभिनेताओं की मिमिक्री भी करते थे। राजू श्रीवास्तव 21 सितंबर 2022 को 58 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह कर चले गए। इनकी कॉमेडी का वीडियो आज भी जब कोई देखता है तो उसके चेहरे पर हंसी आ जाती है। ये कॉमेडी के बादशाह से कम नहीं थे। बिहार के पूर्व सीएम लालू प्रसाद यादव के सामने ही इन्होंने उनकी मिमिक्री की थी, जो लोगों के द्वारा काफी पसंद की गई थी। राजू श्रीवास्तव प्रमुख रूप से आम आदमी और रोजमर्रा की छोटी-छोटी घटनाओं पर व्यंग करने के लिए भी जाने जाते थे।
- मुलायम सिंह यादव- मुलायम सिंह यादव को लोग प्यार से ‘नेताजी’ भी कहते थे। इनका जन्म 22 नवंबर 1939 को यूपी के सैफई में हुआ था। ये भारत के बड़े राजनेताओं में एक थे। मुलायम सिंह यादव ने उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी की स्थापना भी की। नेताजी, देश के रक्षा मंत्री रहे हैं। इसके अलावा ये उत्तर प्रदेश के सीएम भी रहे हैं। मुलायम सिंह का 82 वर्ष की आयु में 10 अक्टूबर 2022 को गुरुग्राम के एक अस्पताल में निधन हो गया। वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे। नेताजी, पहली बार साल 1967 में एमएलए बने और इसके बाद वे पीछे मुड़कर नहीं देखे। वे उत्तर प्रदेश विधानसभा के 8 बार सदस्य रहे। वहीं, 1989 से 1991, 1993 से 1995 और 2003 से 2007 तक यूपी के तीन बार मुख्यमंत्री भी रहे। नेताजी, मैनपुरी लोकसभा सीट से कई बार सांसद भी रहे हैं।
- विक्रम गोखले- विक्रम गोखले दिग्गज अभिनेताओं में से एक थे। इनका जन्म 30 अक्टूबर 1947 को मुंबई के पुणे में हुआ था। इन्होंने हिन्दी सिनेमा के कई फिल्मों में काम किया था। इनकी पहली फिल्म परवान थी, जिसमें इन्होंने अमिताभ बच्चन के साथ काम किया था। विक्रम गोखले का 82 साल की उम्र में 26 नवंबर 2022 को पुणे में निधन हो गया। वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे। इन्होंने भारतीय सिनेमा में पहली बार बाल कलाकार के रूप में काम किया था। इन्होंने मराठी फिल्मों में भी काम किया। विक्रम ने हम दिल दे चुके सनम, भूल भूलैया, गवाह और अग्निपथ जैसी कई बड़ी फिल्मों में अभिनय किया।
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