Jagdeep Dhankhar: उपराष्ट्रपति चुनाव में पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने जीत हासिल की है और वो देश के 14वें उपराष्ट्रपति चुने गए हैं। बता दें कि आज देश में उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान हुआ था। चुनाव के नतीजे घोषित कर दिए गए हैं। इस बार उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए मैदान में एनडीए की ओर से जगदीप धनखड़ थे जिनके मुकाबले में विपक्ष ने उपराष्ट्रपति चुनाव में कांग्रेस नेता मारग्रेट अल्वा को मैदान में उतारा था। आइए आपको बताते हैं कि आखिर कौन हैं देश के 14वें उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और कैसा रहा है उनका राजनीतिक सफर?
कौन हैं जगदीप धनखड़?
जगदीप धनखड़ का जन्म राजस्थान के झुंझनू जिले के किठान गांव में हुआ था। जगदीप धनखड़ एक जाट परिवार से ताल्लुक रखते हैं। जगदीप धनखड़ ने राजस्थान के छोटे से जिले झुंझुनू से निकलकर देश के दूसरे सर्वोच्च पद तक के लिए सफर में काफी संघर्ष किया है। जगदीप धनखड़ की शुरुआती पढ़ाई गांव के ही माध्यमिक विद्यालय में हुई। पांचवी के बाद उनका एडमिशन गरधाना के सरकारी मिडिल स्कूल में करा दिया गया। जगदीप धनखड़ ने भौतिकी में स्नातक किया, इसके बाद राजस्थान के विश्वविद्यालय से कानून की पढ़ाई की ।
जगदीप धनखड़ के परिवार में 4 भाई बहन हैं। जगदीप धनखड़ ने ग्रेजुएशन के बाद देश की सबसे बड़ी सिविल सर्विसेज परीक्षा भी पास कर ली। हालांकि, उन्होंने वकालत का पेशा ही चुना। उन्होंने वकालत की शुरुआत राजस्थान हाईकोर्ट से की।
Jagdeep Dhankhar का राजनीतिक सफर
जगदीप धनखड़ साल 1989 में जनता दल के टिकट पर झुंझुनू संसदीय क्षेत्र से जीतकर संसद पहुंचे। 1990 में उन्हें मंत्री भी बनाया गया। इसके बाद साल 1993 से 1998 तक अजमेर जिले की किशनगढ़ विधानसभा क्षेत्र से विधायक बने। धनखड़ इसके बाद कांग्रेस में चले गए। मगर बाद में लोकसभा में मिली हार के बाद उन्होंने 2003 में भाजपा का हाथ थाम लिया। जिसके बाद 20 जुलाई 2019 को जगदीप धनखड़ को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भारत के संविधान के अनुच्छेद 155 के तहत पश्चिम बंगाल का राज्यपाल नियुक्त कर दिया था, और वे देश के 14वें उपराष्ट्रपति बन गए हैं।
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