विजय रूपाणी (Vijay Rupani) ने 11 सितंबर शनिवार की शाम को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। रूपाणी के इस्तीफे का कारण अभी तक सामने नहीं आया है। बीजेपी (BJP) गुजरात (Gujrat) की गद्दी किसे सौंपेगी इस पर अभी कुछ साफ साफ कहा नहीं जा सकता है लेकिन सीएम की रेस में पांच नाम सामने आए हैं।
रेस में पांच नाम
पहला नाम गुजरात के उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल (Deputy Chief Minister Nitin Patel) का है। उसके बाद मनसुख मांडविया (Mansukh Mandaviya), केंद्रीय मत्स्यपालन, पशुपालन, डेयरी मंत्री पुरुषोत्तम रुपाला (Parshottam Rupala), प्रफुल्ल पटेल (Praful Patel), सी. आर. पाटिल (C. R. Patil) और गोरधन झडफिया (Gordhan Zadafia) का नाम शामिल है।
आज 2 बजे बीजेपी विधायक दल की बैठक भी होने वाली है। इसी बैठक में नए सीएम का चेहरा साफ हो पाएगा। वहीं रूपाणी के इस्तीफे के बाद प्रह्लाद जोशी (Pralhad Joshi) पर्यवेक्षक के तौर पर गुजरात जाएंगे। बात रूपाणी के इस्तीफे तक ही सीमित नहीं है। सूत्रों का कहना है कि, विजय रूपाणी की छुट्टी के बाद गुजरात कैबिनेट में बड़ा उलटफेर हो सकता है।
कांग्रेसियों ने बोला हमला
सूत्रों का कहना है कि, आने वाले चुनाव के लिए बीजेपी गुजरात में चुनावी मैदान तैयार करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है। मुख्यमंत्री से लेकर सीएम के करीबियों की छुट्टी हो सकती है।
गुजरात, उत्तराखंड और कर्नाटक भारतीय जनता पार्टी के लिए प्रयोगशाल बन गया है। राज्य से मुख्यमंत्रियों के इस्तीफे के बाद विपक्षी दल कांग्रेस, भारतीय जनता पार्टी पर हमलावर है। कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने पीएम मोदी पर ट्वीट कर हमला बोला है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा, “6 महीने में 5 मुख्यमंत्री बदले। वाह मोदी जी ! जनता को बेवक़ूफ़ बनाने का नायाब नुस्ख़ा”
गुजरात की राजनीति में सक्रिय रहने वाले कांग्रेस नेता हार्दिक पटेल (Hardik Patel) ने भी हमला बोलने का मौका नहीं छोड़ा। उन्होंने यह तक कह दिया कि, बीजेपी (BJP) और आरएसएस (RSS) के गुप्त सर्व में कांग्रेस जीत रही थी इसिलए विजय रूपाणी को छुट्टी पर भेज दिया गया।
पटेल ने ट्वीट कर लिखा, “अगस्त में आरएसएस और भाजपा का गुप्त सर्वे चौंकाने वाला था। कांग्रेस को 43% वोट और 96-100 सीट, भाजपा को 38% वोट और 80-84 सीट, आप को 3% वोट और 0 सीट, मीम को 1% वोट और 0 सीट और सभी निर्दलीय को 15% वोट और 4 सीट मिल रही थी।”
Vijay Rupani की विफलता
कोरोना काल को लेकर विजय रुपाणी के नेतृत्व वाली सरकार सवालों के घेरों में रही है। वहीं राज्य में आम आदमी पार्टी नेे भी अपनी पकड़ को मजबूत किया है। कांग्रेस के सामने भी बीजेपी कमोजर पड़ रही थी। राज्य में कांग्रेस के कार्यकर्ता सक्रिय हो गए हैं लगातार रुपाणी के खिलाफ मुद्दे उठाते रहते हैं।
राज्य में अधिकतर समय बीजेपी की सरकार रही है। पार्टी अपने रिकॉर्ड को बनाए रखने के लिए किसी दमदार चेहरे को गुजरात के लिए तलाश रही है। कहा जा रहा है कि,रुपाणी का नाम लगातार विफलता में गिना जा रहा था। चाहे वो कोरोना काल हो या फिर कांग्रेस से मुकाबले की।
1995 से बीजेपी गुजरात में कर रही है राज
गुजरात में साल 1995 से ही बीजेपी की सरकार रही है। पीएम मोदी ने 7 अक्तूबर 2001 से लेकर 22 मई 2014 तक गुजरात के सीएम के तौर पर काम किया है। गुजरात की जनता पीएम मोदी के अलावा कमतर ही किसी अन्य चेहरे को स्वीकार करती है।
साल 2022 में पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने वाला है। जिसमें गुजरात, पंजाब, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और गोवा शामिल है। पार्टी किसी भी भी किमत पर राज्य में अच्छा प्रदर्शन करना चाहती है। पार्टी उत्तराखंड में भी दो सीएम बदल चुकी है। वहीं कर्नाटक में सीएम येदियुरप्पा को अपना पद त्यागना पड़ा था। राज्य में बीजेपी बड़ा उलटफेर कर रही है।
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