RBI के गवर्नर शक्तिकांत दास को केंद्र की मोदी सरकार ने 3 साल का सेवा विस्तार दे दिया है। इसके साथ ही रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास का कार्यकाल दिसंबर 2024 तक माना जाएगा।
इस मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की नियुक्ति समिति की बैठक में इस फैसले को मंजूरी दी गई।
शक्तिकांत दास की नियुक्ति बतौर 26वें गवर्नर मानी जाएंगी
उनका मिला यह सेवा विस्तार आगामी 10 दिसंबर से लागू होगा। जिसके बाद शक्तिकांत दास की नियुक्ति बतौर 26वें गवर्नर मानी जाएंगी।
इस मामले में कार्मिक मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने RBI गवर्नर के रूप में शक्तिकांत दास के सेवा विस्तार को 10 दिसंबर 2021 से आगे बढ़ाकर तीन साल की अवधि के लिए या फिर अगले आदेश तक (जो भी पहले हो) को मंजूरी दे दी है।

नवंबर 2016 में नोटबंदी के दौरान शक्तिकांत दास आर्थिक मामलों के सचिव थे और उन्होंने मोदी सरकार के नोटबंदी के फैसले का बचाव किया था। शक्तिकांत दास पूर्व में वित्त आयोग के सदस्य भी रह चुके हैं
गौरतलब है कि शक्तिकांत दास से पहले उर्जित पटेल सितंबर 2016 में RBI के 24वें गवर्नर थे, उर्जित पटेल ने अपना गवर्नर का कार्यकाल पूरा करने से पहले ही निजी कारणों से इस्तीफा दे दिया था।
जिसके बाद शक्तिकांत दास को 10 दिसंबर 2018 को आरबीआई का 25वां गवर्नर नियुक्त किया गया था। तब उनका कार्यकाल तीन साल तक का था।
शक्तिकांत दास इतिहास विषय में एमए हैं
शक्तिकांत दास का जन्म 26 फरवरी 1957 को ओडिशा के भुवनेश्वर में हुआ था। शक्तिकांत दास दिल्ली के सेंट स्टीफेंस कॉलेज से इतिहास विषय में एमए हैं और तमिलनाडु कैडर के IAS अधिकारी हैं।
शक्तिकांत दास वित्त मंत्रालय के डिपार्टमेंट ऑफ इकोनॉमिक अफेयर्स में जॉइंट सेक्रेटरी बजट, तमिलनाडु सरकार के राजस्व विभाग में कमिश्नर और स्पेशल कमिश्नर, तमिलनाडु के इंडस्ट्रीज डिपार्टमेंट में सेक्रेटरी और अन्य विभिन्न पदों पर रह चुके हैं।
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