भारतीय जनता पार्टी ने उत्तर प्रदेश का चुनाव भले ही प्रधानमंत्री मोदी का चेहरा आगे रख कर जीता हो लेकिन मुख्यमंत्री बनने के बाद योगी आदित्यनाथ खुद एक बड़ा चेहरा बनकर उभरे हैं। सीएम योगी द्वारा लिए जा रहे ताबड़तोड़ फैसलों ने उन्हें सूबे का मसीहा बना दिया है लेकिन फिरभी प्रधानमंत्री मोदी अपने मंत्रियों और मुख्यमंत्रियों पर पैनी नजर बनाए रखते हैं। इसी के मद्देनजर केंद्र सरकार यूपी की प्रशासनिक व्यवस्था को और दृढ़ बनाने के लिए अपने नौ बड़े अधिकारियों को यूपी भेजने की तैयारी में है।
जानकारी के अनुसार पीएम मोदी के ये नौ रत्न योगी सरकार के कामकाज पर अपनी पैनी नजर रखेंगे। इन नौ अफसरों का चुनाव खुद प्रधानमंत्री कार्यालय कर रहा है यहां तक की इन अफसरों को यूपी भेजने वाला प्रस्ताव भी कार्मिक मंत्रालय में भेजा जा चुका है। हालांकि अभी भी इस पर माथापच्ची चल रही है और सहमति बनाने की कोशिश की जा रही है।
इन नौ अफसरों की खासियत यह है कि ये सभी यूपी कैडर के ही हैं लिहाजा उन्हें यूपी के कामकाज और प्रशासनिक व्यवस्ठा के बारे में पूरी और पक्की जानकारियां हैं। इन अफसरों को विभिन्न विभागों का सचिव या प्रमुख सचिव का पद दिया जा सकता है, जिससे उनकी काम पर पकड़ रहे। हाल ही में जब योगी आदित्यनाथ दिल्ली गए थे, तो उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात की थी। जानकारी के अनुसार उस वक्त योगी ने पीएम मोदी को अपने कामकाज की पूरी रिपोर्ट सौंपी थी।
गौरतलब है कि सीएम योगी सत्ता में आने के बाद से ही कहते आएं हैं कि वो उन लोगों के साथ काम करना चाहते हैं जो 18-20 घंटे काम कर सकें। अभी तक योगी सरकार तीन बड़े प्रशासनिक फेरबदल कर चुकी है, जिनमें आईएएस अफसर, डीएम जैसे बड़े बदलाव शामिल हैं तो वहीं सुलखान सिंह को जावीद अहमद की जगह उत्तर प्रदेश का नया डीजीपी बनाया जा चुका है। इन सभी फैसलों और फेरबदलों से लगता है कि शायद अब सच में यूपी में सबका साथ और सबका विकास होगा।