Security Breach: कौन हैं वो सांसद जिन्होंने जारी किया था विजिटर पास? जानें कैसे मिलती हैं संसद में एंट्री

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लोकसभा में आज एक बड़ी सुरक्षा चूक देखने को मिली। जिसमें धुएं के कैन लेकर दो लोग गैलरी से कूद गए। सांसद दानिश अली ने बताया कि हमले के बाद बरामद किए गए पासों में से कम से कम एक पास बीजेपी सांसद प्रताप सिम्हा के कार्यालय द्वारा जारी किया गया था। सूत्रों ने पुष्टि की है कि गैलरी से कूदने वाले दोनों लोगों को सिम्हा द्वारा पास दिए गए थे।

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कैसे मिलती है एंट्री?

सुरक्षा चूक पर आश्चर्य व्यक्त करते हुए, कई सांसदों ने कहा कि विजिटर को परिसर में प्रवेश करने से पहले पांच स्तरों की सुरक्षा से गुजरना पड़ता है और विजिटर गैलरी में जाने के लिए एक सांसद से हस्ताक्षर की आवश्यकता होती है। प्रताप सिम्हा कर्नाटक के मैसूर से सांसद हैं और पुलिस के मुताबिक, कूदने वाले कम से कम एक व्यक्ति का संबंध मैसूर से है। 35 वर्षीय मनोरंजन डी, बेंगलुरु के मैसूर विवेकानंद विश्वविद्यालय से बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग में स्नातक हैं और उसके पिता मैसूर के विजयनगर में रहते हैं।

सांसद सिम्हा ने 2014 और 2019 में मैसूर सीट से चुनाव जीता था। सिम्हा पत्रकार रहे हैं और कई कॉलम लिखते रहते हैं। उन्होंने 2007 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जीवनी भी लिखी थी।

कौन हैं ये लोग ?

बता दें कि आज दोपहर करीब एक बजे मनोरंजन डी और सागर शर्मा गैलरी से लोकसभा में कूद गये। फुटेज में सागर को डेस्क के ऊपर से कूदते हुए और अध्यक्ष की कुर्सी की ओर बढ़ते हुए दिखाया गया, जबकि मनोरंजन ने एक कैन से पीला धुआं फेंका। अमोल शिंदे और नीलम देवी नाम के एक पुरुष और एक महिला को भी रंगीन धुएं के कैन के साथ संसद के बाहर हिरासत में लिया गया।

संसद के सुरक्षा स्तर

आपको बता दें कि दिल्ली पुलिस की एक विशेष इकाई और सीआरपीएफ (केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल) की एक टुकड़ी संसद में तैनात रहती है। वहां अन्य सुरक्षा स्तर हैं जिनमें केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल और अग्निशमन सेवा सहित अन्य एजेंसियां शामिल हैं।

सुरक्षा स्तरों में विजिटर की तलाशी लेना और उनके सामानों की जांच करना शामिल है। फोन, बैग, पेन, पानी की बोतलें और यहां तक कि सिक्कों की भी अनुमति नहीं होती है और उन्हें अपना आधार कार्ड भी दिखाना होता है। उन्हें तीन फुल-बॉडी स्कैनर भी पार करने होते हैं। इस प्रक्रिया के बाद ही विजिटर को पास दिए जाते हैं।

विजिटर का चेक किया जाता है बैकग्राउंड

पास जारी करने में बैकग्राउंट की अनिवार्य जांच भी शामिल है। विजिटर को सांसद द्वारा हस्ताक्षरित अपने प्रवेश की अनुशंसा करते हुए पत्र दिखाना होता है। आज के मामले में शक है कि दोनों व्यक्तियों ने पीले धुएं के कैन अपने जूतों के अंदर छिपा रखे थे, लेकिन उनकी तलाशी ले रहे सुरक्षाकर्मियों को यह नजर नहीं आया होगा। यह अभी तक स्पष्ट नहीं है कि वे फुल-बॉडी स्कैनर से कैसे बच निकले।

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