PM Modi ने ‘मन की बात’ के 101वें एपिसोड को किया संबोधित, यहां पढ़िए भाषण की मुख्य बातें

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Mann Ki Baat
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Mann Ki Baat:प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज देश के नए संसद भवन का उद्घाटन किया। वहीं, उसके बाद उनकी ‘मन की बात’ के 101वे एपिसोड का प्रसारण हुआ। पीएम मोदी ने ‘मन की बात’ में राष्ट्र को संबोधित करते हुए 100वे एपिसोड के बारे में कहा,”100वें एपिसोड के प्रसारण के समय, एक प्रकार से पूरा देश एक सूत्र में बंध गया था। हमारे सफाईकर्मी भाई-बहन हों या फिर अलग-अलग सेक्टर्स के दिग्गज, ‘मन की बात’ने सबको एक साथ लाने का काम किया है। आप सभी ने जो आत्मीयता और स्नेह ‘मन की बात’ के लिए दिखाया है, वो अभूतपूर्व है। भावुक कर देने वाला है।”

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उन्होंने कहा,”जब ‘मन की बात’ का प्रसारण हुआ, तो उस समय दुनिया के अलग-अलग देशों में, अलग-अलग टाइम जोन में, कहीं शाम हो रही थी तो कहीं देर रात थी, इसके बावजूद, बड़ी संख्या में लोगों ने 100वें एपिसोड को सुनने के लिए समय निकाला। मैंने हजारों मील दूर न्यूजीलैंड का वो वीडियो भी देखा, जिसमें 100 वर्ष की एक माताजी अपना आशीर्वाद दे रही हैं।”

Mann Ki Baat:शिक्षा मंत्रालय ने की ‘युवा संगम’ की शुरुआत- पीएम मोदी

पीएम मोदी ने कहा,”भारत की शक्ति इसकी विविधता में है। हमारे देश में देखने के लिए बहुत कुछ है। इसी को देखते हुए शिक्षा मंत्रालय ने ‘युवा संगम’ नाम से एक बेहतरीन पहल की है।” उन्होंने आगे कहा,”इस पहल का उदेश्य लोगों को लोगों से जोड़ना, के साथ ही देश के युवाओं को आपस में घुलने-मिलने का मौका देना है। विभिन्न राज्यों के उच्च शिक्षा संस्थानों को इससे जोड़ा गया है।”

पीएम मोदी ने कहा कि युवा संगम, में युवा दूसरे राज्यों के शहरों और गांवों में जाते हैं, उन्हें अलग-अलग तरह के लोगों के साथ मिलने का मौका मिलता है।
युवा संगम के पहले राउंड में लगभग 1200 युवा, देश के 22 राज्यों का दौरा कर चुके हैं। जो भी युवा इसका हिस्सा बने हैं, वे अपने साथ ऐसी यादें लेकर वापस लौट रहे हैं, जो जीवनभर उनके हृदय में बसी रहेंगी।

‘मन की बात’ के कार्यक्रम में पीएम मोदी ने हाल ही में हिरोशिमा में गए अपनी यात्रा को याद किया। उन्होंने कहा,”कुछ दिन पहले ही मैं जापान में हिरोशिमा में था। वहां मुझे हिरोशिमा शांति मेमोरियल संग्रहालय में जाने का अवसर मिला। ये एक भावुक कर देने वाला अनुभव था। जब हम इतिहास की यादों को संजोकर रखते हैं तो वो आने वाली पीढ़ियों की बहुत मदद करता है। कई बार संग्रहालय में हमें नए सबक मिलते हैं तो कई बार हमें बहुत कुछ सीखने को मिलता है।”
उन्होंने कहा,”कुछ दिन पहले ही भारत में अंतरराष्ट्रीय संग्रहालय एक्सपो का भी आयोजन किया था। इसमें दुनिया के 1200 से अधिक संग्रहालय की विशेषताओं को दर्शाया गया।” उन्होंने आगे कहा,”हमारे यहां भारत में अलग-अलग प्रकार के ऐसे कई संग्रहालय हैं, जो हमारे अतीत से जुड़े अनेक पहलुओं को प्रदर्शित करते हैं।”

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