लोकसभा चुनाव की तैयारियों के बीच महाराष्ट्र में सीट शेयरिंग को लेकर बात बनती दिख रही है। कांग्रेस इंडिया गठबंधन के सहयोगियों के साथ सीट शेयरिंग पर लगातार फैसले ले रही है। इन दिनों भारत जोड़ो न्याय यात्रा कर रहे राहुल गांधी ने कथित तौर पर शिवसेना के (यूबीटी) नेता से 1 घंटे तक बातचीत की थी। आपको बता दें महाराष्ट्र राज्य चुनावों के बाद सत्ता शेयरिंग की शर्तों से असहमत उद्धव ठाकरे की पार्टी ने कुछ ही महीनों के बाद बीजेपी के साथ अपना 25 साल पुराना गठबंधन खत्म कर लिया था। शिवसेना के विभाजन के बाद महाविकास अघाड़ी सरकार गिर गई और एकनाथ शिंदे के गुट ने भाजपा के साथ नई सरकार बनाई।
महाविकास अघाड़ी के तहत उद्धव ठाकरे की शिवसेना, शरद पवार की राकांपा और कांग्रेस के बीच लोकसभा चुनाव के लिए सीटों का गठबंधन पूरी तरह नया है। इन्होंने लोकसभा चुनावों के बाद वैचारिक रूप से बेमेल गठबंधन बनाया था। तीनों एक समझौते के तहत 40 सीटों पर राजी दिख रहे हैं लेकिन 8 सीटों पर बात अटकी हुई है। बता दें कि 2019 के लोकसभा चुनाव में अभिवाजित शिवसेना ने 48 में से 22 सीटों पर चुनाव लड़ा और 18 पर जीत हासिल की थी जिसमें मुंबई की तीन सीटें शामिल थीं।
सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस मुंबई की 6 लोकसभा सीटों में से 3 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है। ये तीन सीटें मुंबई उत्तर पश्चिम, मुंबई उत्तर मध्य और मुंबई दक्षिण मध्य सीट हैं। वहीं उद्धव ठाकरे की शिवसेना चार सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारना चाहती है और अभी तक यह साफ नहीं हो पाया है कि शिवसेना (UBT) मुंबई की कौन सी चार लोकसभा सीटें चाहती है।